
मानव जैसी 'उंगली', तो क्या रोबोट जल्द बन जाएंगे इंसान!
टोक्यो, 11 जून : विज्ञान एक वरदान है, जिनकी सहायता से इंसानों ने अपने जीवन को सुलभ बनाया है। आज साइंस का विकास अपने चरम पर है। प्लेन से ट्रेन तक पानी में बोट से लेकर होटल में रोबोट तक, मनुष्य आज के समय में अत्याधुनिक सुख सुविधाओं से लैस है। यह सब विज्ञान का चमत्कार है। आज हम रोबोट के विकास पर चर्चा करेंगे। निकट भविष्य में दुनिया रोबोट को इंसानी रूप में देख सकती है। आप शायद चौंक गए होंगे लेकिन यह सच है। जापानी वैज्ञानिकों ने इस विषय पर गहरा अध्ययन किया है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी रोबोटिक उंगली को तैयार किया है जो हूबहू इंसानी फिंगर की तरह दिखती है, उसमें इंसानों जैसी त्वचा है, जो पसीने से तर बतर है।

क्या रोबोट भी इंसानों जैसे दिखेंगे?
मानव जैसे रोबोट को हम सबने आज तक नहीं देखा है। हालांकि, जापानी वैज्ञानिकों ने इस पर काम करके विज्ञान के क्षेत्र में एक बेहतरीन कार्य का प्रदर्शन किया है। रोबोट की जिस उंगली को वैज्ञानिकों ने तैयार किया है, वह बिल्कुल ह्यूमन फिंगर की तरह दिखती है। हालांकि, पहली बार लोग इसे देखकर डर भी सकते है..कुछ रोमांचित भी हो जाएंगे शायद। यह अध्ययन 'मैटर' जर्नल में प्रकाशित हुआ है। "हम इस बात से हैरान हैं कि त्वचा के ऊतक (skin tissue) रोबोट की सतह के अनुरूप एकदम फिट बैठ गए हैं।

जापान के वैज्ञानिकों का कमाल
टोक्यो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शोजी टेकुची जिन्होंने इस बेहतरीन कार्य का नेतृत्व किया, बताया कि रोबोट की उंगली में इंसान जैसी त्वचा का लगाया जाना एक पूरे इंसान की तरह रोबोट बनाने की दिशा में पहला कदम है। उन्होंने आगे इस पर विस्तार से बताते हुए कहा कि, उन्हें लगता है कि, रोबोट और इंसान के बीच एक नया संबंध कायम होने जा रहा है। हमने रोबोट के लिए जिस जिंदा त्वचा का निर्माण किया है, वह बिल्कुल इंसानी त्वचा की तरह दिखता है, क्योंकि इनमें वही सामग्री है जो जानवरों के शरीर को ढकती है।
कैसे तैयार हुआ रोबोट की उंगली
प्रोफेसर शोजी टेकुची ने रोबोट की उंगली के लिए एक इंसानी त्वचा बनाने की विधि बताई। उन्होंने कहा, कि हमारी टीम ने सबसे पहले रोबोटिक उंगली को एक सिलेंडर में डुबोया। फिर कंटेनर कोलेजन और ह्यूमन डरमल फाइब्रोब्लास्ट (human dermal fibroblasts) के मिश्रण से बने घोल में भर दिया गया। ये दो मुख्य घटक है, जो त्वचा के संयोजी ऊतक (skin connective tissue) बनाते हैं। मानव एपिडर्मल केराटिनोसाइट्स (Human Epidermal Keratinocytes) नामक कोशिकाओं (cells) की अगली परत को सुनिश्चित करने के लिए उंगली की सतह को इस पदार्थ के साथ लेपित किया गया है।
बिलकुल इंसानों जैसी उंगली
प्रोफेसर ने बताया कि, झुकने पर उंगली पर प्राकृतिक दिखने वाली झुर्रियां बन जाती हैं। जब यह घायल हो जाता है, तो त्वचा एक कोलेजन पट्टी की मदद से इंसानों की तरह अपने आप ठीक हो सकती है। यह सामान्य त्वचा की तरह लगता है लेकिन यह कमजोर है और वैज्ञानिकों के अनुसार इसे नम रखना पड़ता है। उन्होंने आगे बताया कि, उंगली थोड़ी पसीने से तर दिखती है। चूंकि फिंगर एक इलेक्ट्रिक मोटर की सहायता से संचालित होती है, इसलिए मोटर की क्लिकिंग के साथ उसकी हरकतों को देखना और ध्वनियों को सुनना एकदम असली लगता है।