फ्लाइट में छूटा इंसानी दिल, 950 किलोमीटर की दूरी पर हवा में प्लेन ने लिया यू-टर्न, यात्रियों के छूटे पसीने
शिकागो। अमेरिका के सिएटल से डालास जाने वाली फ्लाइट के साथ अजीबो-गरीबों वाकया पेश आया। एक कार्गो फ्लाइट को बीच रास्ते से सिर्फ इसलिए वापस लौटना पड़ा क्योंकि इस पर इंसानी दिल छूट गया था। अधिकारियां की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। यह फ्लाइट ईस्टर्न इदाहो से करीब 600 मील यानी 950 किलोमीटर दूर थी जब स्टाफ को इस बात का पता लगा कि एक महत्वपूर्ण पार्सल फ्लाइट में ही छूट गया है। इस पार्सल को सिएटल हॉस्पिटल जाना था और यह कैलिफोर्निया से ट्रांसपोर्ट किया गया था।
ग्राउंड स्टाफ की गलती
सिएटल टाइम्स ने जानकारी दी है कि यह फ्लाइट 3606 सिएटल के लिए रवाना हुई थी और इसने कैलिफोर्निया के साक्रैरामेंटो से टेक ऑफ किया था। प्लेन डालास के लिए निकल गया था और एयरपोर्ट के ग्राउंड स्टाफ में से कोई दिल को प्लेन में लोड करना भूल गया। फ्लाइट के कैप्टन ने जिस समय इस बात का ऐलान किया प्लेन इदाहाओ के ऊपर से गुजर रहा था। इस दिल को वॉल्व रिकवरी के मकसद से ट्रांसप्लांट किया जाना था। हालांकि सैक्रेरामेंटो में सिएरा डोनर सर्विस डोनर सर्विस की ओर से बताया गया है कि इस घटना के बाद भी इस दिल की उपयोगिता कम नहीं हुई और न ही मरीज को इसकी तुरंत जरूरत थी।
पता लगने पर यात्री आए दहशत में
न्यूज एजेंसी एएफपी से बात करते हुए साउथवेस्ट एयरलाइन के प्रवक्ता डैन लैंडसन ने कहा, 'जब हमें इस बात का पता लगा तो हमने तुरंत ही फ्लाइट को सिएटल की तरफ मोड़ा।' एयरलाइन की ओर से इस बात की कोई जानकारी नहीं दी गई है कि इस अहम इंसानी अंग को किसी कंपनी की ओर से भेजा गया था और न ही कोई और जानकारी मुहैया कराई गई है। वहीं सिएटल टाइम्स की ओर से बताया गया है कि जैसे ही फ्लाइट में सवार यात्रियों को पता लगा कि उसमें एक इंसानी दिल को ट्रांसपोर्ट किया जा रहा है तो वे काफी डर गए थे।
तीन घंटे तक हवाई यातायात रहा बाधित
माना जा रहा है कि इस गलती की वजह से तीन घंटे तक हवाई यातायात बाधित रहा। विशेषज्ञों की मानें तो एक इंसानी दिल का चार से छह घंटे के अंदर के ट्रांसप्लांट कर देना चाहिए। एंड्रयू गोट्टश्चाक जो कि एक डॉक्टर हैं उन्होंने एएफपी को बताया है कि यात्री इस वजह से हैरान और डरे हुए थे क्योंकि जिनके पास इंटरनेट कनेक्शन था उन्हें इस बात का पता लग गया था कि हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए कितना कम समय बचा है। उन्होंने बताया कि यह घटना लापरवाही की डरा देने वाली कहानी की तरह है। सिएटल टाइम्स इस बात का पता भी नहीं लगा सका है कि इस इंसानी दिल को किस अस्पताल में ले जाया जा रहा था। फ्लाइट पांच घंटे के बाद डलास के लिए रवाना हो सकी।