Howdy Modi: WWE और सुपरबाउल के लिए मशहूर है ह्यूस्टन का NRG स्टेडियम, जानिए इससे जुड़ी कुछ खास बातें
ह्यूस्टन। अब से थोड़ी देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेक्सास के सबसे बड़े शहर ह्यूस्टन में 50,000 भारतीयों को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी जिस एनआरजी स्टेडियम में एनआरआईजी के बीच होंगे, उस स्टेडियम की भी अपनी एक अलग पहचान है। अगर यह कहा जाए कि ह्यूस्टन एनआरजी स्टेडियम के बिना अधूरा है तो गलत नहीं होगा। यह स्टेडियम भारत के युवाओं खासकर बच्चों के बीच पॉपुलर डब्लूडब्लूई की खास जगह है और यहां पर कई मैच आयोजित हो चुके हैं।
अमेरिका का चौथा सबसे बड़ा शहर ह्यूस्टन
हाऊडी मोदी!! शेयर्ड ड्रीम्स, ब्राइट फ्यूचर्स,' कार्यक्रम टेक्सास राज्य के सबसे बड़े और अमेरिका के चौथे सबसे बड़े शहर ह्यूस्टन में आयोजित हो रहा है। कार्यक्रम को टेक्सास इंडिया फोरम की ओर से आयोजित किया जा रहा है।इससे पहले उन्होंने साल 2014 में न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वॉयर और साल 2017 में सिलिकॉन वैली में आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया था। एनआरजी स्टेडियम को पहले रेलीयंट स्टेडियम के नाम से जाना जाता था। यह एक मल्टीपर्पज स्टेडियम है जिसे ज्यादातर नेशनल फुटबॉल लीग्स ह्यूस्टन,टेक्सान्स एनएफएल)के लिए प्रयोग किया जाता है। स्टेडियम की क्षमता 71,995 लोगों की है। इस स्टेडियम का आइडिया पहली बार सान 1997 में आया था और शुरुआत में यह सिर्फ एक फुटबॉल स्टेडियम के तौर पर था। पूरे स्टेडियम की बिल्डिंग को 1,900,000 स्क्वॉयर फुट में डिजाइन किया गया था।
30 महीने में हुआ तैयार
नौ मार्च 2000 में इसकी नींव का काम शुरू हुआ और अक्टूबर 2001 में बिल्डिंग का निर्माण शुरू किया गया। 30 महीने में 352 मिलियन डॉलर की लागत से स्टेडियम बनकर तैयार हुआ। एनआरजी स्टेडियम में अक्सर डब्लूडब्लूई के मैच आयोजित होते रहते हैं और साल 2009 में यहां पर रेसलमेनिया का मैच आयोजित हुआ था। अगले वर्ष इस स्टेडियम पर स्पेशल टूर्नामेंट रॉयल रम्बल को आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा एनएफएल, टेक्सास बाउल, मैक्सिको नेशनल फुटबॉल टीम के लीग मैच के साथ ही सुपरबाउल का आयोजन भी होता है। इसके अलावा रोलिंग स्टोन्स, मेटैलिका, बियॉन्स, यू2, वन डायरेक्शन , गन्स एंड रोजेस और टेलर स्वीफ्ट जैसे सिंगर और बैंड भी यहां पर परफॉर्म कर चुके हैं।
पहली बार इतना बड़ा राजनीतिक इवेंट
आयोजकों की मानें तो 50,000 लोगों की भीड़ के साथ यह किसी विदेशी नेता का अब तक का सबसे बड़ा कार्यक्रम बन गया है। इससे पहले किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में इतनी भीड़ नही देखी गई। हां, सुपरबाउल के दौरान लोगों का इतना हुजूम जरूर देखा गया था। दूसरे कार्यकाल का पहला आधिकारिक दौरा पीएम मोदी साल 2019 में चुनाव जीतने के बाद पहली बार आधिकारिक दौरे पर अमेरिका जा रहे हैं। यह उनका तीसरा मेगा इवेंट होगा जो अमेरिका में आयोजित हो रहा है। कहा जा रहा है जैसा हुजूम पीएम मोदी को सुनने के लिए आया है, उतनी भीड़ कभी न तो पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को सुनने के लिए जुटी और न ही डोनाल्ड ट्रंप के लिए।