Howdy Modi: अमेरिकी कांग्रेस की इकलौती हिंदु सांसद तुलसी गबार्ड ने पीएम मोदी से क्यों कहा है सॉरी
वॉशिंगटन। 22 सितंबर को टेक्सास के ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मेगा इवेंट 'हाउडी मोदी' होने वाला है।डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता तुलसी गबार्ड इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगी। गबार्ड ने अब इस वजह से पीएम मोदी को सॉरी कहा है और साथ ही नमस्ते कहकर उनका स्वागत किया है। तुलसी के इस कार्यक्रम में न जाने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे और खुद उन्होंने इन सभी कयासों पर विराम लगा दिया है। आपको बता दें कि तुलसी अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदु सांसद हैं। तुलसी, पीएम मोदी की फैन हैं और जब उनके इवेंट में शामिल होने की खबरें आईं तो अटकलों का बाजार भी गर्म हो गया।
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हाउडी मोदी अमेरिका-भारत को लाएगा करीब
तुलसी ने एक वीडिया मैसेज पोस्ट किया है। इस मैसेज में उन्होंने पीएम मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने इस बात के लिए माफी भी मांगी है कि वह अपने चुनाव प्रचार के कार्यक्रम में बिजी होने की वजह से इवेंट में शामिल नहीं हो पाएंगी। तुलसी ने कहा है कि वह इस बात को लेकर काफी खुश हैं कि उनके देश में बसे कई भारतीय-अमेरिकियों के अलावा अमेरिकी कांग्रेस के कई सदस्य भी कार्यक्रम में शामिल होंगे।तुलसी नेअपील की है कि भारत और अमेरिका एक साथ होकर काम करें। तुलसी के शब्दों में, 'भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और एशिया-पैसेफिक क्षेत्र में अमेरिका का सबसे अहम साझीदार है। दोनों देशों को एक साथ मिलकर काम करना होगा क्योंकि अगर हम ऐसा करते हैं तो फिर हम उन तमाम मुद्दों पर ध्यान दे सकेंगे जो हमारे लोगों को प्रभावित कर रहे हैं।' अपने वीडियो मैसेज में तुलसी ने एक संस्कृत के श्लोक 'वसुधैव कुटुम्बकम' का भी जिक्र किया है। इस श्लोक का मतलब है सारी दुनिया हमारा परिवार है।
साल 2020 के चुनावों में आजमा रही किस्मत
तुलसी साल 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के लिए किस्मत आजमा रही हैं। वह अमेरिकी राज्य हवाई से अमेरिकी कांग्रेस की सांसद हैं। तुलसी, भारतीय-अमेरिकियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। जब से तुलसी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत से ही उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र हवाई में अपनी एक प्रतिष्ठा कायम की है। विशेषज्ञों की मानें तो इसलिए ही उनकी टीम चुपचाप भारतीय समुदाय तक पहुंचने में लगी है। भारतीय अमेरिकी समुदाय यहूदी अमेरिकियों के बाद सबसे अमीर समुदाय है। इसके साथ ही और भी कई महत्वपूर्ण राज्यों में, भारतीय अमेरिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। गबार्ड भारतीय नहीं हैं। उनका जन्म अमेरिका के सामोआ में हुआ है। कैथोलिक पिता माइक गबार्ड, हवाई से ही सीनेटर थे और उनकी मां, कैरल पोर्टर गबार्ड, कोकेशियान वंश की थी। उनके माता-पिता हिंदू धर्म के अनुयायी है। दो साल की उम्र में गबार्ड फैमिली हवाई चली गई और यहां पर उनके माता-पिता ने हिंदू धर्म को अपना लिया। तुलसी ने हवाई के रहने वाले और पेशे से सिनेमैटोग्राफर गौरचंद्रा विलियम्स से शादी की है। अप्रैल 2015 में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाजों से शादी की थी।