असांजे के खुलासे से सिर्फ अमेरिका ही नहीं मायावती को भी हुआ था सिरदर्द
लंदन। गुरुवार को यूनाइटेड नेशंस ने विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे को एक बड़ी राहत दी जब उनका पक्ष लेते हुए यूएन ने हिरासत को एकतरफा कार्रवाई करार दिया। असांजे के साथ ही साथ दुनिया भर में फैले उनके फैंस के लिए भी यह काफी राहत भरी खबर थी।
यूएन से मिली असांजे को बड़ी राहत
असांजे यूं तो वर्ष 2006 से ही विकीलीक्स के जरिए कुछ न कुछ सच्चाई सामने लाने की कोशिशों में लगे रहे लेकिन असली भूचाल तब आया जब उन्होंने वर्ष 2010 में अफगानिस्तान और इराक के युद्ध की आड़ में वहां अंजाम दिए गए वॉर क्राइम्स के साथ ही अमेरिका की कलई खोलकर रख दी।
भारत की पोल खोलते असांजे
वैसे अंसाजे ने सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि भारत तक में कभी ब्लैक मनी के नामों का खुलासा करके तो कभी उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से जुड़े कई तरह के सच को सामने लाकर भारतीय राजनीति में भी एक भूचाल ला दिया था। उस समय तो मायावती ने असांजे तक को दलित विरोधी की संज्ञा दे डाली थी।
आगे की स्लाइड्स में देखिए कुछ ऐसी खुलासे जिनकी वजह से कभी अमेरिका तो कभी भारत, अंसाजे अक्सर खबरों में रहे।
ग्वांतनामो बे की सच्चाई
वर्ष 2007 में विकीलीक्स के जरिए असांजे ने यूएस आर्मी की ओर से ग्वांतनामो बे जेल में दी जा रही यातना का सच डॉक्यूमेंट्स के जरिए दुनिया को दिखाया। वर्ष 2007 से पहले अमेरिका और अमेरिकी सेना इस कड़वे सच से हमेशा मुंह मोड़ती आई थी। इस खुलासे ने पूरी दुनिया में हलचल मचाकर रख दी थी।
इराक में अमेरिकी सेना की असलियत
अप्रैल 2010 में विकीलीक्स ने एक गनसाइट फुटेज जारी की थी। इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी हेलीकॉप्टर ने 12 जुलाई 2007 को यह हमला किया था जिसमें इराकी जर्नलिस्ट्स की मौत हो गई थी। इस वीडियो को कोलैट्रीयल मर्डर वीडियो के नाम से जानते हैं।
अफगान वॉर का सच
जुलाई 2010 में विकीलीक्स ने अफगान वॉर डायरी के शीर्षक के साथ 76,900 डॉक्यूमेंट्स को रिलीज किया। इन डॉक्यूमेंट्स में ऐसी डिटेल्स दी गई थीं जो अफगान वॉर से जुड़ी थीं और जिनके बारे में कभी भी नहीं सुना गया था।
इराक वॉर लोगो
इसके बाद विकीलीक्स ने बड़ी कमर्शियल मीडिया ऑर्गनाइजेशंस के साथ मिलकर 400,000 डॉक्यमेंट्स जारी किए जिनमें इराक वॉर से जुड़ी घटनाओं का जिक्र था। इन डॉक्यूमेंट्स के बाद इराक में हुईं 109,032 मौतों के राज से पर्दा उठ सका।
फिर आया ग्वांतनामो बे
अप्रैल 2011 में विकीलीक्स ने 779 सीक्रेट फाइल्स को जारी किया जो ग्वांतनामो में स्थित डिटेंशन कैंप में मौजूद हिरासत में लिए गए व्यक्तियों से जुड़े थे।
काले धन का जिक्र
विकीलीक्स फाउंडर असांजे ने वर्ष 2011 में भारत के ब्लैक मनी अकाउंट होल्डर्स की लिस्ट को जारी कर दिया था। इसके बाद 27 फरवरी 2012 को एक बार फिर असांजे ने एक भारतीय न्यूजचैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि स्विटजरलैंड में सबसे ज्यादा काला धन भारत से आता है।
प्राइवेट जेट से सैंडल मंगाने वाली मायावती
सितंबर 2011 में विकीलीक्स ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री जो उस समय उत्तर प्रदेश का नेतृत्व कर रही थीं प्राइवेट जेट भेजकर अपने लिए मुंबई से सैंडल मंगाती हैं। मायावती ने खाना चखने के लिए लोगों का रखा है। जब तक वे यह चेक नहीं कर लेते हैं कि खाने में जहर तो नहीं तब तब मायावती खाना नहीं खाती हैं। मायावती ने इन आरोपों को झूठा और असांजे को पागल करार दिया था।