भारत-इजराइल दोस्ती से पाकिस्तानी मीडिया हैरान, मोदी-नेतन्याहू को बताया कट्टरपंथी
इस्लामाबाद। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने ऐतिहासिक दौरे पर भारत आए हुए हैं और इस बीच पड़ोसी मुल्क पाकिस्तानी मीडिया ने अपनी नजरें इस यात्रा पर गढ़ा दी है। पाकिस्तान के अखबारों से लेकर टीवी मीडिया में मोदी और नेतन्याहू की दोस्ती के चर्चे तो है ही, लेकिन साथ में हैरानी भी बहुत दिखाई दे रही है। पाकिस्तान में एक अंग्रेजी अखबार 'द न्यूज इंटरनेशनल' ने नेतन्याहू के छह दिनों के दौरे को 'हथियार सौदों का सप्ताह' (Israeli PM in India: A week of weapon deals) बताया है। वहीं, पाकिस्तान के टीवी मीडिया में बहस चल रही है कि भारत-इजराइल की दोस्ती से क्षेत्रीय शांति को खतरा पैदा होगा। इसके अलावा इजराइल और भारत के बीच डिफेंस डील को लेकर लगभग सभी टीवी चैनलों में बेचैनी की हालत दिखाई दे रही है।
हथियार सौदों का सप्ताह
पाकिस्तानी अखबार द न्यूज इंटरनेशनल ने लिखा है कि बेंजामिन नेतन्याहू भारत दौरे पर कई जगहों पर तो जाएंगे ही, लेकिन साथ में वहां कई बीजनेसमैन से भी मिलेंगे। इन सबके बीच पाकिस्तान को जो सबसे ज्यादा खटक रही है, वो है भारत-इजराइल के बीच डिफेंस डील। इस अखबार ने लिखा है कि भारत के लिए इजराइल सबसे बड़ा हथियार आयातक है, जो हर साल करीब 1 अरब डॉलर का हथियार बेचता है। लेकिन मोदी अब इजराइल को एक टॉप डिफेंस इंपोर्टर के रूप भारत की छवी को बदलना चाहते हैं। द न्यूज को विश्वास है कि इजराइल अपने 500 मिलियन डॉलर के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल के सौदे को एक बार फिर टेबल पर रखने की कोशिश करेगा, जो इंडियन आर्मी की आपत्ति के बाद रद्द हो गया था।
मोदी-नेतन्याहू एक ही दिमाग के दो कट्टरपंथी
पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार 'द ऑब्जर्वर' ने तो मोदी और नेतन्याहू को एक ही दिमाग वाला इंसान बताते हुए कट्टरपंथी तक कह डाला। हालांकि, हथियारों का रोना इस अखबार ने भी रोया है। बेंजामिन नेतन्याहू की भारत यात्रा से परेशान ऑब्जर्वर ने अपने ओपिनियन पेज में पाकिस्तान सरकार को नसीहत देते हुए लिखा है कि इंडो-इजराइल के खतरों से निपटने के लिए हमें ईरान और चीन से दोस्ती को बहुत ज्यादा मजबूत करनी होगी। द ऑब्जर्वर ने लिखा है कि भारत और इजराइल जैसे देशों का इतिहास मुसलमानों की हत्या कराने का रहा है।
भारत-इजराइल दुनिया में मुसलमानों के लिए खतरा
पाकिस्तान में सबसे बड़ी इस्लामिक पार्टी, जमियत उलेमा इस्लाम के नेता मौलाना फजलुर रहमान ने दावा है किया है कि रॉ और मोसाद (इजराइल की खुफिया एजेंसी) के बीच ऐसा गठबंधन हुआ है, जो ना सिर्फ दुनिया के मुस्लिम देशों के लिए खतरनाक है, बल्कि भारत में रह रहे मुसलमानों के लिए किसी खतरे से कम नहीं है। वहीं, जमात-उद-दावा के प्रवक्ता ने कहा कि जब से नेतन्याहू भारत पहुंचे है, तभी से आर्मी चीफ बिपिन रावत पाकिस्तान को धमकी पर धमकी दिए जा रहे हैं।
फिलिस्तीन से रिश्ते अब पहले जैसे नहीं रहे
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल असद दुर्रानी को फिक्र है कि भारत अब फिलिस्तीन का दोस्त नहीं रहा। दुर्रानी एक जगह कहते हैं कि यूएन में येरूशलम के खिलाफ वोट देकर भारत ने अपनी कुछ जनता को जरूर निराश किया है, लेकिन मोदी, ट्रंप और नेतन्याहू की तिकड़ी के बीच नए संबंध उभरे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में दो कैंप उभर रहे हैं, एक- यूएस, इजराइल, इंडिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया और दूसरा- रूस, चीन, पाकिस्तान, ईरान, तुर्की।