ईरान पर प्रतिबंध के बाद अमेरिका ने दी भारत को तेल आयात की छूट, लेकिन एक शर्त के साथ
नई दिल्ली/वॉशिंगटन। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की ओर से शनिवार को जानकारी दी गई है कि भारत उन देशों में शामिल हैं जिन्हें अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंधों के बाद कुछ छूट दी है। इससे पहले शुक्रवार को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो ने यह जानकारी दी कि आठ देशों को ईरान पर लागू प्रतिबंधों के बाद भी तेल की खरीद से छूट दी गई है। पांच नवंबर से ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू हो जाएंगे और इससे पहले भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है। अमेरिका की ओर से भारत के अलावा सात और देशों को ईरान से तेल निर्यात जारी रखने की मंजूरी दे दी है।
पोंपेयो ने क्या दी वजह
माइक पोंपेयो ने यह बात साफ कर दी कि जिन आठ देशों को प्रतिबंधों के बाद भी तेल के निर्यात की छूट दी गई है, उसकी वजह सिर्फ यही है कि इन देशों की सरकारों ने ईरान से तेल आयात को जीरो करने की दिशा में अहम कदम उठाए हैं। ऐसे में इन्हें अस्थायी छूट दी गई है। पोंपेयो ने कहा है कि भारत जैसे देशों को जो छूट दी गई है उसके बाद उन्हें अगले छह माह के अंदर ईरान से तेल का आयात जीरो करना होगा। हालांकि पोंपेयो ने यह भी बताया कि इस पूरे मुद्दे पर बातचीत जारी है। न्यूज एजेंसी पीटीआई की ओर से बताया गया है कि भारत ने ईरान से तेल आयात में कमी के अलावा समझौते की राशि को भी कम करने पर रजामंदी जाहिर कर दी है।
भारत ने क्या कहा है अमेरिका से
भारत ने अमेरिका को कहा है कि वह हर माह ईरान से होने वाली तेल खरीद को 22.6 मिलियन टन से कम करके 1.25 मिलियन टन या प्रतिवर्ष 15 मिलियन टन करना चाहता है। मई में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया था कि साल 2915 की परमाणु डील से बाहर होने के बाद अमेरिका, ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगाएगा। अगस्त में अमेरिकी प्रतिबंध आंशिक तौर पर ईरान पर लागू हो गए थे तो पांच नवंबर को यह प्रतिबंध पूर्ण रूप से लागू हो जाएंगे। भारत अपनी ऊर्जा की 80 प्रतिशत तक की जरूरतें कच्चे तेल के आयात के साथ पूरा करता है। ईरान पर तेल के आयात के लिए वह सबसे ज्यादा निर्भर है।
सबसे ज्यादा तेल का आयात ईरान से
साल 2018 के वित्तीय वर्ष के दौरान ईरान दुनिया का तीसरा ऐसे देश था जिसने सबसे ज्यादा कच्चा तेल भारत को सप्लाई किया था। ईरान के अलावा सऊदी अरब और ईराक से भी भारत ने तेल आयात किया था। भारत, जापान, साउथ कोरिया के अलावा टर्की को भी छूट दी गई है। अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि चीन इसमें शामिल है या नहीं। अमेरिकी प्रतिबंध पर रूस का कहना है कि वह इस मौके पर ईरान को सपोर्ट करेगा ताकि वह स्थिति का सामना कर सके। सोमवार से अमेरिकी प्रतिबंध प्रभावी हो जाएंगे।