14 बच्चों की मां कैसे बनी करोड़पति?
उम्बेल ने अपने 14 बच्चों को घर पर ही पढ़ाया और करोड़ों का कारोबार खड़ा किया
तम्मी उम्बेल के 14 बच्चे हैं और उनमें से कोई भी स्कूल नहीं गया. आप सोच रहे होंगे कि यह कहानी किसी गरीब परिवार की है. लेकिन हम बात कर रहे हैं एक करोड़पति महिला और उसके बच्चों की.
वर्जीनिया की रहने वाली तम्मी का 17 लाख डॉलर का नेचुरल कॉस्मेटिक का कारोबार है. इसे उन्होंने बिना किसी बैंक लोन और निवेशक की मदद लिए खड़ा किया है.
उम्बेल अपने पति और 14 बच्चों के साथ रहती हैं. उम्बेल के पति पाकिस्तानी डॉक्टर हैं और उनके घर में टेलीविज़न सेट तक नहीं है.
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बच्चों को खुद घर पर पढ़ाया
उम्बेल ने अपने सभी बच्चों को स्कूल भेजने की बजाय घर पर ही पढ़ाया. उनके चार बच्चे अब कॉलेज में मेडिकल, इंजीनियरिंग और साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई कर रहे हैं जबकि बाकी बच्चों को उम्बेल अभी भी घर पर खुद पढ़ाती हैं.
उम्बेल अपने बिज़नेस का विस्तार और बच्चों को पढ़ाने का काम एक साथ करती हैं. बिज़नेस के सिलसिले में उन्हें कई देशों की यात्रा भी करनी पड़ती हैं. अलग-अलग जगहों की प्राकृतिक चीजों को समझना और फिर उनसे अपने उत्पाद तैयार करने के लिए उन्हें घूमना-फिरना पड़ता है.
अपने इन दौरों में वे कई बार अपने बच्चों को भी साथ ले जाती हैं. उम्बेल का मानना है कि अलग-अलग जगहों का अनुभव भी बच्चों की शिक्षा का एक हिस्सा है.
नेचुरल बॉडी प्रोडक्ट का बिज़नेस
उम्बेल कहती हैं, "मै अपने बिज़नेस को पुराने स्टाइल में चलाना चाहती थी, जिसमें पहले पैसे कमाओ फिर उसे दोबारा निवेश करने के लिए लगाओ वाली नीति अपनाई जाती है. मैंने कभी भी पैसा उधार लेकर बिज़नेस करने की नहीं सोची."
तम्मी ने सबसे पहले कपड़ों की कंपनी शुरू की, जिसमें उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली. उन्होंने उसे बंद कर तुरंत दूसरे प्रोजेक्ट के बारे में सोचना शुरू कर दिया.
इसके बाद ' शिआ टेरा ऑर्गेनिक ' कंपनी की शुरुआत हुई. यह नेचुरल बॉडी प्रोडक्ट की कंपनी है जो आदिवासी समूहों और मिस्र, मोरक्को, नामिबिया या तंजानिया जैसे देशों के छोटे समूहों से कच्चा माल मंगवाती है.
यह कंपनी 17 साल पहले शुरू हुई और इसने पश्चिमी देशों को ऐसी चीजों से रूबरू करवाया जिनके बारे में वहां के निवासी जानते भी नहीं थे.
कई गांवों का किया दौरा
उम्बेल ने अपने बिज़नेस को विस्तार देने के लिए उन गांवों का दौरा करना शुरू किया जहां त्वचा के इलाज के लिए अभी भी देशी सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है.
उम्बेल कहती हैं, "मैंने उन जगहों पर रोजगार पैदा करने की कोशिश की जहां जीवन बहुत मुश्किल था, मैं जानती थी कि इन जगहों पर ऐसी कई चीजें है जो प्रकृति के बेहद करीब हैं, लेकिन बाज़ार की पहुंच से दूर हैं."
उम्बेल की कंपनी अमेरिका के वर्जीनिया में स्थित है और ऑनलाइन माध्यम के जरिए अपने उत्पाद बेच रही है. इसके देश भर में 700 स्टोर हैं.
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नकली उत्पाद से चुनौती
पिछले कुछ सालों से उम्बेल को एक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बाजार में नेचुरल प्रोडक्ड्स के नाम पर कई नकली उत्पाद बिकने लगे हैं. इस वजह से ग्राहक यह निश्चित नहीं कर पा रहे कि कौन से उत्पाद सही हैं और कौन से गलत.
उम्बेल कहती हैं कि बाजार में चल रही इस प्रतिस्पर्धा में खुद को लगातार आगे बनाए रखना बहुत मुश्किल है, लेकिन वह अपने उत्पाद की क्वालिटी के साथ समझौता नहीं कर सकती.