अमेरिका में खतरे की चेतावनी, कैपिटल हिंसा के बाद कट्टरपंथियों के हौसले बुलंद, फिर से हिंसा की तैयारी
Security Advisory in America: वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) ने अमेरिका में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के बाद देश में हिंसा की आशंका को लेकर खतरे की एडवाइजरी जारी की है। बुधवार को जारी एडवाइजरी में ये कहा गया है कि कैपिटल हमले के बाद कट्टरपंथियों के हौसले बढ़े हुए हैं और वह दूसरी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं।
कार्यवाहक डीएचएस सेक्रेटरी डेविड पेकोस्के ने अमेरिका में एडवाइजरी में कहा कि अमेरिका में आतंकी खतरे को लेकर एक माहौल बना हुआ है। डीएचएस का मानना है कि 20 जनवरी के राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह के बाद के हफ्तों में यह स्थिति बनी रहेगी।
इरान
को
लेकर
जारी
हुई
थी
एडवाइजरी
इस
एडवाइजरी
में
कहा
गया
है
कि
जानकारी
के
मुताबिक
चरमपंथी
विचारधारा
से
लैस
कुछ
अतिवादी
तत्व
राष्ट्रपति
के
सत्ता
हस्तांतरण
और
दूसरे
झूठी
कहानियों
के
आधार
पर
हिंसा
करने
के
लिए
सक्रिय
हो
सकते
हैं।
इसी
महीने
सीएनएन
ने
अपनी
एक
रिपोर्ट
में
ये
जानकारी
दी
थी
कि
देश
में
आतंकी
खतरे
के
संभावित
स्तर
को
बढ़ाने
को
लेकर
डीएचएस
में
चर्चा
हो
रही
है।
डिपार्टमेंट ऑफ होम सिक्योरिटी देश में संभावित खतरे को लेकर एडवाइजरी जारी करता है। आखिरी बार ये एडवाइजरी पिछली जनवरी में इरान के खतरे को लेकर जारी की गई थी जो कि अब खत्म हो चुकी है। वहीं इस बार बुधवार को जारी की गई एडवाइजरी अप्रैल में समाप्त हो रही है।
ट्रंप
समर्थक
हो
गए
थे
हिंसक
6
जनवरी
को
जब
अमेरिकी
कांग्रेस
राष्ट्रपति
जो
बाइडेन
की
चुनावी
जीत
के
नतीजों
पर
मुहर
लगाने
के
लिए
बैठक
कर
रही
थी
इसी
दौरान
तत्कालीन
राष्ट्रपति
डोनाल्ड
ट्रंप
के
समर्थक
कैपिटल
बिल्डिंग
के
बाहर
जमा
थे।
बैठक
के
दौरान
ही
नतीजों
को
बदलने
की
मांग
करते
हुए
ट्रंप
समर्थकों
ने
हिंसा
शुरू
कर
दी
और
कैपिटल
बिल्डिंग
के
अंदर
घुस
गए।
उस
दौरान
सांसदों
को
जान
बचाकर
भागना
पड़ा
था।
हालांकि अमेरिका की परम्परा और नियम के मुताबिक जो बाइडेन ने 20 जनवरी को ही राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी लेकिन इस दौरान राजधानी में सुरक्षा के लिए 25 हजार नेशनल गार्ड्स को तैनात करना पड़ा था। पहले भी सुरक्षा एजेंसियों ने इनपुट दिए थे कि ट्रंप समर्थक और कुछ अतिवादी तत्व देश में हिंसा फैला सकते हैं।