पाकिस्तान के इस बार्बर ने फैशनेबल दाढ़ी की कर दी हजामत, बताया यह कारण
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी युवाओं में इन दिनों फैशनेबल और स्टाइलिश दाढ़ी का चलन काफी बढ़ता जा रहा है। इस पर लगाम लगाने के लिए पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी इलाके के हेयर ड्रेसर्स (बार्बर्स) ने अहम फैसला लिया है। उन्होंने अपनी दुकान पर दाढ़ी ट्रिम कराने यानी स्टाइलिश और फैशनेबल दाढ़ियों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। इस संबंध में उनकी ओर से कहा गया है कि फैशनेबल दाढ़ी इस्लामी कानून का उल्लंघन करते हैं, इसलिए इन दाढ़ियों को प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का मामला
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में इस फैसले का असर नजर आ रहा है। हालांकि करीब एक दशक पहले भी इसी तरह के प्रतिबंध की शुरुआत हुई थी। उस समय पाकिस्तानी तालिबान समेत कई आतंकवादी समूहों ने बार्बर्स (हेयर ड्रेसर्स) को दाढ़ी ट्रिम करने के लिए गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दी थी। वहीं हेयर ड्रेसर्स के ताजा फैसले को लेकर सुलेमानी हेयर ड्रेसर्स एसोसिएशन के प्रमुख शरीफ काहलू ने पेशावर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने बताया कि धार्मिक विद्वानों से सलाह के बाद स्टाइलिश दाढ़ी यानी दाढ़ी ट्रिम करने पर प्रतिबंध का फैसला लिया गया।
फैशनेबल दाढ़ी पर प्रतिबंध का फैसला
शरीफ काहलू ने बताया कि धार्मिक विद्वानों का कहना है कि स्टाइलिश और फैशनेबल दाढ़ी पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए क्योंकि इस्लाम में दाढ़ी रखने को सुन्नाह यानी पैगंबर मोहम्मद के जीवन का अनुसरण करना बताया गया है। उन्होंने बताया कि इलाके के करीब 10 हजार बार्बर्स और एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने दाढ़ी को लेकर लिए गए नए फैसले को मानने वादा किया है। इतना ही नहीं पूरे प्रांत में ग्राहकों को जानकारी देने के लिए दुकानों में इससे संबंधित नोटिस भी लगाने की बात कही गई है।
इस हेयर ड्रेसर्स एसोसिएशन ने लिया अहम फैसला
सुलेमानी हेयर ड्रेसर्स एसोसिएशन के प्रमुख शरीफ काहलू ने बताया कि ये फैसला किसी आतंकी संगठन के दबाव की वजह से एसोसिएशन ने नहीं लिया है। ये फैसला हमारी अंतर्आत्मा से लिया गया है। उन्होंने बताया कि हमने प्रांत के बड़े शहरों और जिलों के स्थानीय प्रशासन से मुलाकात की और इस फैसले के बारे में बताया, उन्होंने पूरे सहयोग की बात कही है। हमारे एसोसिएशन के अलावा हमने दूसरे एसोसिएशन से भी बात की है और उन्हें भी इस फैसले को मानने के लिए मनाने की कोशिश की। हालांकि हमने उन पर कोई दबाव नहीं बनाया है।