डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिकी कांग्रेस का जवाब, पाकिस्तान में पूरी तरह से आजाद था हाफिज सईद
वॉशिंगटन। मोस्ट वॉन्टेड आतंकी और जमात-उद-दावा सरगना हाफिज सईद की गिरफ्तारी का श्रेय लेने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने ही देश में शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। अमेरिकी कांग्रेस की विदेश मामलों पर बनी समिति ने ट्रंप के उस बयान को खारिज कर दिया है कि 10 साल की मेहनत के बाद आखिरकार सईद को तलाशा गया और गिरफ्तार किया गया। आपको बता दें कि गुरुवार को पाकिस्तान ने 26/11 के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के फाउंडर हाफिज सईद को गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ट्रंप ने ट्वीट कर पाक के इस कदम की तारीफ की थी।
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पहले भी हुआ गिरफ्तारी का ड्रामा
अमेरिकी कमेटी ने ट्रंप के ट्वीट के बाद उन्हें याद दिलाया है कि हाफिज सईद की कोई तलाश नहीं कर रहा था बल्कि वह पूरी आजादी के साथ पाकिस्तान में रह रहा था। कमेटी ने ट्वीट कर ट्रंप के ट्वीट का खंडन किया। ट्वीट में लिखा, 'आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोई भी पिछले 10 वर्षों से उसकी तलाश नहीं कर रहा था। बल्कि वह आजादी के साथ रह रहा था।' इस ट्वीट में ट्रंप को यह भी याद दिलाया गया है कि किस तरह से हाफिज सईद को साल दर साल गिरफ्तार किया गया और फिर आजाद कर दिया गया। ट्वीट में लिखा गया, 'हाफिज सईद को दिसंबर 2001, मई 2002, अक्टूबर 2002, अगस्त 2006 (दो बार), दिसंबर 2008, सितंबर 2009 और जनवरी 2017 में गिरफ्तार किया गया और बाद में रिलीज भी कर दिया गया। अभी जब तक उसे दोषी नहीं ठहरा दिया जाता तब तक वाहवाही को थोड़ी देर के लिए रोक लेते हैं।'
सात दिनों की हिरासत
हाफिज सईद को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह लाहौर से गुंजरावाला जा रहा था। पंजाब की काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट कोर्ट ने उसे सात दिनों की हिरासत में भेज दिया है। सोमवार को ही उसे एंटी-टेररिज्म कोर्ट (एटीसी) की ओर से अग्रिम जमानत दी गई थी। गौर करने वाली बात यह है कि हाफिद को उस समय अरेस्ट किया गया है जब प्रधानमंत्री इमरान खान अपने पाकिस्तान दौरे की तैयारियों में लगे हैं। भारत ने हाफिज की गिरफ्तारी को एक ड्रामा करार दिया है।