गूगल ने 'क्रोकोडाइल हंटर' स्टीव इरविन को किया याद, छठे जन्मदिन पर तोहफे में मिला था 11 फुट का अजगर
नई दिल्ली। सर्च इंजन गूगल आस्ट्रेलिया के नामी पशू प्रेमी और क्रोकोडाइल हंटर स्टीव इरविन को उनके 57वें जन्मदिन पर डूडल के जरिए याद किया है। स्टीव के भीतर पशू प्रेम उन्हें विरासत में मिला था। ये सब तब शुरू हुआ जब उनके माता पिता बॉब और लेन इरविन ने उन्हें एक तोहफा दिया। दरअसल स्टीव को उनके 6ठे जन्मदिन पर माता पिता ने एक 11 फुट लंबा अजगर दिया था। स्टीव ने बड़े प्यार से उसका नाम फ्रेड रखा।
9 साल की उम्र में मगरमच्छों से लड़ना सीखा
इसके बाद इरविन का परिवारा क्वींसलैंड शिफ्ट हो गया और वहां उन्होंने 'बीरवाह रेपटाइल पार्क' खोला। स्टीव इरविन ऐसे निडर होते गए कि 9 साल की उम्र तक तो वे मगरमच्छों से जूझना सीख गए थे और क्वींसलैंड ईस्ट कोच क्रोकोडाइल मैनेजमेंट प्रोग्राम को वालिंटियर करने लगे। यहां मगरमच्छों को पकड़ा जाता था। कुछ समय के बाद स्टीव परिवार के रेपटाइल पार्क को ही चलाने लगे और उसे क्वींसलैंड रेपटाइल एंड फौना पार्क नाम दिया। बाद में इसे आस्ट्रेलिया जू के नाम से पहचाना जाने लगा।
हनीमून पर भी पत्नी संग पकड़े मगरमच्छ
अपनी पत्नी टेरी से स्टीव पहली बार जू में ही मिले जब वे वहां घूमने आईं थीं। दोनों को ही जानवरों से प्यार था। शादी कर दोनों ने अपना हनीमून भी मगरमच्छों को पकड़ते हुए बिताया। इस दौरान की वीडियो फुटेज को स्टीव इरविन के मशहूर टीवी शो 'द क्रोकोडाइल हंटर' के पहले एपिसोड के रूप में पेश किया गया। स्टीव और टेरी इस शो को एक साथ होस्ट किया करते थे। बाद में उनके दोनों बच्चे रॉबर्ट और बिंडी भी इस काम में शामिल हो गए। इस शो को लगभग 100 देशों में 500 मिलीयन लोगों ने देखा। ये सूपर हिट था।
जहरीली मछली के काटने से हुई मौत
स्टीव ने कई बड़े काम किए जिसमें से एक कछुए की नई प्रजाति को खोजना था। इस कछुए को इरविन के नाम पर आज एलसेया इरविनी के नाम से जाना जाता है। उनकी मृत्यु समुद्र के भीतर एक शूटिंग करने के दौरान हुई। बड़े-बड़े मगरमच्छों को आसानी से काबू में करने वाले स्टीव को स्टिंग-रे नाम की एक जहरीली मछली ने काट लिया था और 40 की उम्र में ही चल बसे। मछले ने सीधे उनके दिल में काटा था। ऐसे में उन्हें बचा पाना असंभव हो गया था।