Good News: सही ट्रैक पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की टीम, सितंबर तक उपलब्ध हो सकती है कोरोना वैक्सीन
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी को खत्म करने के लिए पूरी दुनिया के वैज्ञानिक वैक्सिन विकसित करने की दिशा में लगे हुए हैं। इनमें से कुछ संस्थाओं के ट्रायल में राहत की खबर सामने आ रही है। कोरोना वायरस वैक्सीन पर काम कर रही है ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि कोरोना वायरस के खिलाफ उनका टीका 'दोहरी सुरक्षा' उपब्लध करा सकता है। वहीं, बर्कशायर रिसर्च एथिक्स कमेटी के चेयरमैन डेविड कारपेंटर ने बताया कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन ट्रायल टीम 'बिल्कुल सही ट्रैक' पर है और सितंबर की शुरुआत तक टीका उपलब्ध हो सकता है।
डेविड कारपेंटर ने बताया कि यह कोरोना वायरस संकट में महामारी के खिलाफ एक बड़ी सफलता होगी। लैंसेट की चिकित्सा पत्रिका ने पुष्टि की है कि वह सोमवार को ऑक्सफोर्ड टीम के प्रारंभिक चरण के मानव परीक्षण का डेटा प्रकाशित करेगी। डेविड कारपेंटर ने कहा, कोई भी शख्स फाइनल डेट नहीं बता सकता, कुछ संभावनाएं गलत भी साबित हो सकती हैं लेकिन सच्चाई यह है कि हम एक बड़ी फार्मा कंपनी के साथ काम कर रहे हैं। यह वैक्सिन सितंबर के आस-पास काफी व्यापक रूप से उपलब्ध हो सकती है और हम अपने इस लक्ष्य पर तेजी से काम कर रहे हैं।
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बता दें कि इस समय दुनिया के आठ देश साथ मिलकर कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने कि दिशा में काम कर रहे हैं। ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी, मॉडर्ना, एस्ट्रा-जेनेका, कैनसिनो, साइनोफार्म, सहित कई वैक्सीन्स ऐडवांस्ड फेज में हैं। वहीं भारत में दो वैक्सीनों का ह्यूमन ट्रायल जारी है। मानव पर शुरूआती चरण के परीक्षणों के बाद ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर दुनिया की उम्मीदें बढ़ गई हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ताओं का मानना है कि उन्हें COVID-19 वैक्सीन की खोज में सफलता हाथ लग सकती है क्योंकि कोरोना वायरस के खिलाफ यह टीका 'दोहरी सुरक्षा' उपब्लध करा सकता है।
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