कोरोना के चलते जर्मनी में आर्थिक मंदी की आहट, पहली तिमाही में 2.2 फीसदी की गिरावट
नई दिल्ली। कोरोना वायरस से जर्मनी की अर्थव्यवस्थ को भारी चोट लगी है। देश में आर्थिक मंदी की स्थिति खड़ी हो गई है। जर्मनी की अर्थव्यवस्था 2020 की पहली तिमाही में 2.2 प्रतिशत की गिरावट आई है। शुक्रवार को जर्मनी की सरकार की ओर से ये आंकड़ों जारी किए गए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में यह गिरावट 2009 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है।
पिछले साल की तीसरी तिमाही में जर्मनी की अर्थव्यवस्था में 0.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी और चौथी तिमाही में 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई थी। लगातार दो तिमाहियों तक नकारात्मक वृद्धि को तकनीकी रूप से मंदी माना जाता है। बता दें कि कोरोना वायरस से जर्मनी काफी ज्यादा प्रभावित हुआ है। जर्मनी में अब तक 166,152 संक्रमण के मामले मिल चुके हैं और 6,993 लोगों की मौत हो चुकी है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने शुक्रवार को कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था को 5,800 अरब डॉलर से 8,800 अरब डॉलर तक नुकसान हो सकता है। इसमें दक्षिण एशिया के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर 142 अरब से 218 अरब डॉलर तक असर होगा। एडीबी ने एक रिपोर्ट में कहा है किकोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी वैश्विक अर्थव्यवस्था को 5,800 अरब से 8,800 अरब डॉलर तक नुकसान हो सकता है। यह वैश्विक जीडीपी के 6.4 प्रतिशत से 9.7 प्रतिशत के बराबर है।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र ने बीते बुधवार को अनुमान जताया था कि कोविड-19 महामारी के चलते इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में 3.2 प्रतिशत की कमी आएगी। यह 1930 की महामंदी के बाद सबसे अधिक गिरावट होगी। रिपोर्ट में कहा गया कि कोरोना वायरस के असर से अगले दो वर्षों के दौरान वैश्विक उत्पादन में करीब 8500 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान होने की आशंका है।
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