जानिए क्यों 48 घंटों के लिए बदला गया है डोनाल्ड ट्रंप के ऑफिशियल विमान एयरफोर्स वन का नाम
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति को दुनिया में सबसे ताकतवर शख्स समझा जाता है और कहीं भी सफर करने के लिए उनके पास सबसे ताकतवर एयरक्राफ्ट बोइंग का है। अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए इस एयरक्राफ्ट को एयरफोर्स वन के नाम से जाना जाता है। लेकिन इसका नाम अब बदल गया है। अमेरिका के 41वें राष्ट्रपति जॉर्ज एचडब्लूय बुश का एक दिसंबर को निधन हो गया। उनके शव को रविवार को एयरफोर्स वन से वॉशिंगटन लाया गया है। इस वजह से अब अगले 48 घंटों तक के लिए इस एयरक्राफ्ट को 'स्पेशल एयर मिशन 41' के तौर पर जाना जाएगा। बुश सीनियर के साथ उनका सर्विस डॉग सुले भी इसी एयरक्राफ्ट में वॉशिंगटन आया है। यह भी पढ़ें-George HW Bush कॉफिन के सामने ही बैठा सर्विस डॉग सुले
वॉशिंगटन पहुंचा एयरफोर्स वन
एयरफोर्स वन सोमवार के बुश सीनियर के कास्केट के साथ एयरक्राफ्ट, वॉशिंगटन पहुंचा है। बुश के प्रवक्ता जिम मैक्ग्राथ की ओर से फोटो ट्वीट की गई। रविवार की दोपहर एयरक्राफ्ट ह्यूस्टन पहुंचा जहां पर बुश फैमिली रहती है। मैक्ग्राथ ने लिखा, 'एयरफोर्स वन ह्यूस्टन पहुंच चुका है और अब तकनीकी तौर पर इसे कल और बुधवार को स्पेशल एयर मिशन 41' के नाम से जाना जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति, देश से बाहर जाने के लिए एयरफोर्स वन का प्रयोग करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जी20 में हिस्सा लेकर देश वापस लौटे हैं। सोमवार से बुधवार तक वह इस प्लेन का प्रयोग नहीं करेंगे। इसलिए इस 'स्पेशल एयर मिशन 41' का नाम दिया गया है।
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बुधवार को होगा अंतिम संस्कार
ह्यूस्टन से वॉशिंगटन तक की फ्लाइट में बुश सीनियर के साथ उनके बेटे और अमेरिका के 43वें राष्ट्रपति रहे जॉर्ज बुश के अलावा नील बुश और उनके कई पोते-पोतियां शामिल थे। सीएनएन की ओर से बताया गया है कि इस फ्लाइट में बुश सीनियर के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ जीन बेकर और विदेश मंत्री जेम्स बेकर भी शामिल थे। बुश, का शव बुधवार सुबह तकरोटुंडा में होगा और इसके बाद वॉशिंगटन नेशनल कैथेड्रल में उनकी अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसके बाद उनके अवेशेषों को टेक्सास ले जाया जाएगा। यहां पर इसे कॉलेज स्टेशन में जॉर्ज एचडब्लूय बुश प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी में रखा जाएगा। यहीं पर बुश की पत्नी बारबरा और बेटे रॉबिन के अवशेष के करीब ही उनके अवशेष भी होंगे। बारबरा की मृत्यु इसी वर्ष अप्रैल में हो गई थी।
सुले भी आया वॉशिंगटन
बुश के साथ उनका सर्विस डॉग सुले भी वॉशिंगटन आया है। सुले की फोटोग्राफ बुश के प्रवक्ता जिम मैक्ग्राथ की ओर से ट्वीट की गई है। फोटो के कैप्शन में लिखा है, 'मिशन कम्पलीट।' जॉर्ज एचडब्लूय बुश, पार्किंसन की बीमारी से पीड़ित थे और कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। सुले की इस फोटो को करीब 20,000 बार रि-ट्वीट किया जा चुका है। बुश का सर्विस डॉग सुले इस समय दो वर्ष का है और जो फोटोग्राफ ट्वीट की गई है उसमें वह काफी दुखी नजर आ रहा है। सुले हर पल बुश सीनियर के साथ रहता था और नवंबर में हुए चुनावों में भी वह बुश के साथ नजर आया था। 25 जुन को सुले बुश फैमिली का हिस्सा बना था। बुश सीनियर के बेटे जॉर्ज बुश ने अपने आधिकारिक टि्वटर अकाउंट से उसकी फोटो ट्वीट की थी। फोटो में बुश सीनियर एक और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ थे।सुले एक प्रशिक्षित लैब्राडोर है और वह तब से बुश के साथ था जब अप्रैल में उनकी पत्नी बारबरा बुश का निधन हो गया था।