अमेरिका में पुलिस की बर्बरता के विरोध में एकत्र हुई भारी भीड़, फ्लॉयड के ताबूत की एक झलक के लिए खड़े रहे लोग
नई दिल्ली। अमेरिका में नस्लवाद और पुलिस की ज्यादतियों के खिलाफ देशभर में चल रहे प्रदर्शनों के सिलसिले में हजारों लोगों ने कई स्थानों पर शांतिपूर्ण मार्च किया। प्रदर्शनकारियों ने फ्लॉयड का नाम लेकर पुलिस की बर्बरता को समाप्त करने का आह्वान किया। वहीं नॉर्थ कैरालाइना में लोग जॉर्ज फ्लॉयड के शव वाले सुनहरे ताबूत की एक झलक पाने के लिए घंटों इंतजार करते रहे। आपको बता दें कि अफ्रीकी-अमेरिकी फ्लॉयड की मिनियापोलिस में पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी।
स्पुतनिक की रिपोर्ट के अनुसार, सैन फ्रांसिस्को में गोल्डन गेट ब्रिज के पार हजारों प्रदर्शनकारियों ने हाथ में पुलिस क्रूरता के खिलाफ पोस्टर लिए जमकर नारेबाजी की। फीनिक्स के पुलिस प्रमुख जेरी विलियम्स ने प्रदर्शनकारियों से शांति रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग उनकी मांगों को लेकर काफी गंभीर है और उसकी सुनवाई जारी है। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच कई लोगों ने मास्क पहन रखा था। अश्वेत प्रदर्शनकारी रोड्रिक स्वीनी ने कहा कि उन्हें बड़ी संख्या में श्वेत प्रदर्शनकारियों को देखकर खुशी हुई है। फिलाडेल्फिया और शिकागो में प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की।
कैसे हुई थी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत
25 मई को जॉर्ज फ्लॉयड को जब पुलिस ने पकड़ा, तो उन्होंने कहा कि उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। पुलिस हिरासत में उनकी मौत हो गई। बाद में यह वीडियो पूरे अमेरिका में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में पुलिस अधिकारी को घुटने से आठ मिनट तक जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया। पुलिस का कहना था कि जॉर्ज ने गिरफ्तारी का शारीरिक रूप से विरोध किया, इसके बाद बल प्रयोग किया गया। फ्लॉयड की मौत की खबर जंगल की आग की तरह फैल गई और मिनियापोलिस में 25 मई के बाद प्रदर्शन शुरू हो गए।
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