शोध में दावा- रोजाना करें नमक और गुनगुने पानी से गरारे, नहीं होगा कोरोना वायरस
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस की चपेट में पूरी दुनिया है। अब तक 50 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना वायरस की कोई वैक्सीन अभी तक बाजार में नहीं आई है। वैज्ञानिकों के मुताबिक सावधानियां बरतने से ही कोरोना से बचा जा सकता है। हाल ही में एडिनवर्ग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को लेकर एक अहम शोध किया था। जिसके मुताबिक नमक और गुनगुने पानी से गरारे करने से कोरोना संक्रमण का खतरा कम रहता है। वहीं संक्रमित व्यक्ति इसकी मदद से जल्दी ठीक हो सकता है।
66 मरीजों पर हुआ अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक 66 नाक और गले के संक्रमण वाले रोगियों को एडिनबर्ग के रॉयल इन्फर्मरी और वेस्टर्न जनरल अस्पतालों में भर्ती करवाया गया था। इसमें से 32 रोगियों को नमक के पानी से गरारे करने को कहा गया, जबकि 34 का नियमित उपचार किया गया। जिसके बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि नमक पानी से गरारे करने वाले बाकी मरीजों की तुलना में जल्दी ठीक हुए। वे दिन में 12 बार गरारे करते थे। जर्नल ऑफ ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित अध्ययन में डॉ. संदीप रामलिंगम ने लिखा कि श्वसन नली के संक्रमण को नमक पानी के गरारे ने औसतन ढाई दिन कम कर दिया।
30 सेकेंड तक करते रहें गरारे
उन्होंने बताया कि नमक-पानी की मदद से आप कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम कर सकते हैं। साथ ही संक्रमित मरीजों के भी जल्दी ठीक होने की संभावना है। डॉ. संदीप के मुताबिक वायरस के खतरे को कम करने के लिए कम से कम 30 सेकेंड तक गरारे करना चाहिए। आपको बता दें कि भारत में अभी भी लोग पुरानी चिकित्सा पद्धति पर ज्यादा भरोसा करते हैं। जब भी ग्रामीण इलाकों में किसी की सर्दी-जुखाम होता है, तो उसे गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करने की सलाह दी जाती है। ये घरेलू नुस्खा गले के संक्रमण में काफी कारगर साबित होता है।
नए मामलों में बदल रहे कोरोना के लक्षण, शरीर के लिए हुआ पहले से ज्यादा खतरनाक
दुनिय में 3.34 लाख लोगों की मौत
दुनिया में अब तक कोरोना वायरस के 51,98,307 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 3,34,689 मरीजों की अब तक मौत हुई है। भारत भी इससे बुरी तरह प्रभावित है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान ही कोरोना वायरस के 6088 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं और 148 मरीजों की मौत हुई है। इन नए मरीजों के साथ कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस बढ़कर 1,18,447 हो गए हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि अभी तक कुल 48533 मरीज ठीक हो चुके हैं।
पहले से ज्यादा खतरनाक हो रहा कोरोना
वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस पहले से ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है। चीनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जिलिन और हेईलांगजिआंग में जो मरीज मिले हैं, उनमें पहले से अलग लक्षण दिख रहे हैं। क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विशेषज्ञ क्यिू हाएबो के मुताबिक पूर्वोत्तर में जो मरीज मिल रहे हैं, इनका इनक्यबेशन पीरियड लंबा है, यानि नए मरीजों में लक्षण देर से दिख रहे हैं। हाएबो के मुताबिक जब लक्षण देर से दिखते हैं, तो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोगों को खतरा ज्यादा रहता है। वहीं नए मरीजों में वायरस पहले की तुलना में ज्यादा देर तक रहता है। ऐसे में शरीर को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।