जी-4 देशों की बैठक, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग
नई दिल्ली। जी-4 देशों-भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान के विदेश मंत्रियों ने बुधवार को बैठक की है। बैठक के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि जी4 देशों के विदेश मंत्रियों ने इस प्रक्रिया को पटरी से उतारने के प्रयासों पर निराशा व्यक्त की और संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ पर इस विषय पर जल्द ही सार्थक कदम उठाने को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर की। बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, ब्राजील के विदेश मंत्री अर्नेस्टो अराजो, जापान के मोतेगी तोशिमित्सु और जर्मनी के मंत्री नील्स एनेन शामिल हुए।
जी-4 देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लंबित सुधारों के लिए कदम उठाने को कहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने ट्वीट में लिखा, जी-4 विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल हुआ, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के 75वें वर्ष के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों के लिए निर्णायक कदम का आह्वान किया गया। निर्धारित समयसीमा में विषय वस्तु आधारित चर्चा के लिए सर्वसम्मत आह्वान।
जी-4 विदेश मंत्रियों की बैठक संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र से इतर होती है। कोविड-19 महामारी की वजह से सभी बैठकें भी डिजिटल माध्यम से ही हो रही हैं। संयुक्त राष्ट्र के 75वें वर्ष में भारत अगले साल एक जनवरी से सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल की शुरुआत करेगा।
संयुक्त राष्ट्र महासभा का 75वां सत्र 15 सितंबर से चल रहा है। महासभा के इस (75वें) सत्र की आम चर्चा 22 सितंबर से शुरू हुई है, जो 29 सितंबर तक चलेगी। संयुक्त राष्ट्र ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर महासभा सत्र पूरी तरह से ऑनलाइन आयोजित करने का फैसला किया है। पहली बार विभिन्न देशों के नेता सत्र में शामिल होने न्यूयॉर्क नहीं गए हैं। सभी ने रिकॉर्ड किए गए अपने वीडियो वक्तव्य भेजे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को एक पूर्व में रिकॉर्ड किए गए बयान के माध्यम से सत्र को संबोधित करेंगे।