तारे के अंत से लेकर ब्रह्मांड के जन्म के रहस्य को उजागर करेगी जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की तस्वीरें
वॉशिंगटन, 13 जुलाई। दुनिया के सबसे विशाल टेलीस्कोप जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप-जेएसडब्ल्यूटी ने अंतरिक्षी की खूबसूरत और रंगीन तस्वीरों को दुनिया के सामने लाने में सफलता हासिल की है। अंतरिक्ष की रंगीन तस्वीरों को पहली बार कोई टेलीस्कोप कैद कर सकता है। जिस तरह से यह तस्वीरें बिल्कुल स्पष्ट हैं उसे देखकर अंतरिक्ष का अंदाजा बेहत स्पष्ट तरीके से लगाया जा सकता है। तस्वीरों में अंतरिक्ष की बेहद खूबसूरत चमकते हुए सितारे देखे जा सकते हैं, लाल-भूरे और पीले रंग के बादल और पहाड़ियों को देखा जा सकता है।
नासा कर रहा था नई तकनीक पर काम
इससे पहले जब 1990 में हबल टेलीस्कोप ने तस्वीरें क्लिक की थी तो अंतरिक्ष यात्री इन्हें देखकर काफी रोमांचित हुए थे, जिसके बाद सिंगल मिरर की बजाए और आधुनिक तकनीक से इन तस्वीरों को क्लिक करने की कवायद शुरू हुई थी। इसके बाद नेक्स्ट जेनरेशन स्पेस टेलीस्कोप प्रोजेक्ट का विचार सामने आया और तकरीबन दो दशक के बाद 10 बिलियन डॉलर खर्च करने के बाद स्पेसक्राफ्ट ने दुनिया को चौंकाया। नासा ने पहली बार स्पेस की रंगीन तस्वीरों को जारी किया। कई तस्वीरें नासा की ओर से जारी की गई। जेम्स वेब की तस्वीरों में कॉस्मिक पहाड़, कॉस्मिक घाटियां दिख रही हैं। तस्वीर को थ्री डी फॉर्मेट में निकाला गया है।
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तारे का अंत कैसे होता है
नासा ने इसके साथ ही मरते हुए तारे की भी तस्वीर को शेयर किया है, कैसे कोई तारा अपने अंतिम समय में गैस और धूल को छोड़ता है। इसकी काफी करीब से तस्वीर ली गई है। ब्रह्मांड के रहस्य को समझने के लिए 2002 में जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को बनाया गया था। इस टेलीस्कोप ने तकरीबन 13 अरब साल पहले के ब्रम्हांड के रहस्य, निकट इंफ्रारेड विजन के रहस्य को सामने लाने का काम किया है। जो तस्वीरें साझा की गई है उसमे पांच गैलेक्सी का कॉस्मिक डांस देखा जा सकता है। नासा की पांचवी तस्वीर में पहले से छिपे छोटे तारों को भी दिखाया गया है, कैसे तारों का निर्माण होता है।
तस्वीरों ने दुनिया को चौंकाया
नासा ने अंतरिक्ष की जो तस्वीरें साझा की हैं उसे दुनिया देखकर स्तब्ध है, किसी को भी इतनी खूबसूरत तस्वीरों पर यकीन नहीं हो रहा है। कैसे अरबों साल पहले की तस्वीरें हमारे सामने आ सकती है। तस्वीरों में देखा जा सकतका है कि तारा अपने अंतिम समय में कैसा दिखता है, किस तरह से उसका अंत होता है। जेम्स वेब नेब्यूला के काफी करीब की तस्वीर को लेने में सफल हुआ है, जब तारा गैस और धूले के ईर्द-गिर्द अपना आकार लेता है तो कैसे उसका नया जन्म होता है इसे भी तस्वीरों में देखा जा सकता है। नासा के अनुसार इन तस्वीरों से हमे यह समझने में मदद मिलेगी कि कैसे तारों का निर्माण होता है, कैसे उनका पर्यावरण बदलता है।
ये तारे नहीं गैलेक्सी है
तस्वीरों से इस बात का भी खुलासा हुआ है कि जो बैकग्राउंड में दिख रहा है वह गैलेक्सी है ना कि सितारा। तस्वीर में जो सितारों की तरह चमकती लाइट दिख रही है वह गैलेक्सी है नाकि सितारा। जब कभी तारे का अंत होता है उसके भीतर न्यूक्लियर ईंधन खत्म हो जाता है। तारे के अंत के बाद उसका क्या होता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसका वजन या फिर मास कितना है।
सुपरनोवा
बड़े तारे आपस में ही टकराते हैं और उसकी बाहरी परत बैंग कर जाती है, इसी को सुपरनोवा कहते हैं। मानवजाति की जानकारी में सुपरनोवा सबसे बड़ा विस्फोट है। सुपरनोवा के बाद न्यूट्रॉन स्टार टकराते हैं। अगर इसमे पर्याप्त मास होता है तो इसमे ब्लैक होल का निर्माण होता है। ब्लैक होल वह जगह होती है जहां गुरुत्वाकर्षण इतना मजबूत होता है कि इसे प्रकाश भी नहीं खीच पाता है।