इंडोनेशिया: भूकंप के बार-बार आते झटकों से कोहराम, सड़कों पर बैठे हैं लोग, 46 की मौत 800 घायल
इंडोनेशिया में कल आए भूकंप ने तबाही मचाकर रख दी है। अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 800 से ज्यादा लोग घायल हैं। वहीं अब भी भूकंप के झटके लोग महसूस कर रहे हैं।
Frequent Earthquake in Indonesia: जकार्ता: इंडोनेशिया में बार बार भूकंप आते रहते हैं, और कभी ना मिटने वाले जख्म देकर चले जाते हैं। पिछले 20 साल में ये तीसरा मौका जब भूकंप के तेज झटकों ने इंडोनेशिया के लोगों की जिंदगी झकझोर कर रख दी है। कल सुलावेसी द्वीप पर आये भूकंप के बाद इस वक्त राहत और बचाव का काम जारी है। सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है, जबकि अभी भी सौ से ज्यादा लोग गायब हैं। लेकिन, सबसे ज्यादा लोग डरे हुए हैं, बार बार आ रहे भूकंप के झटकों से। इंडोनेशिया का सुलावेसी द्वीप पिछले 24 घंटों में भूकंप के झटकों से कई बार हिल चुका है। आज भी भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये, जिसे रिक्टल स्केल पर 5.0 मापा गया। बार बार धरती हिलने की वजह से लोग अपने घरों में जाने से डर रहे हैं। काफी हिम्मत बांधकर लोग अपने घरों में जाते हैं, लेकिन फिर धरती हिलती है, और लोग वापस बाहर आ जाते हैं।
हर तरफ मलवा, जिंदगी बचाने की जंग जारी
हर तरफ मलवा बिखरा हुआ है और लोग मलबों को हटाकर किसी जिंदगी को बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। कल इंडोनेशिया के पश्चिम सुलावेसी द्वीप में 6.2 तीव्रता के साथ भूकंप आया था। भूकंप के तेज झटकों को करीब 12 सेकेंड्स तक लोगों ने महसूस किया। अब तक 46 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 800 से ज्यादा घायलों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। हजारों लोगों के सिर से छत हट चुका है, तो अभी भी दर्जनों लोग छतों के मलवों के नीचे दबे हुए हैं।
इंडोनेशिया नेशनल बोर्ड ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट के रादित्य जाति के मुताबिक, अस्पताल में अभी भी घायलों का इलाज चल रहा है। रादित्य जाति ने बताया कि भूकंप की वजह से 189 लोग अभी गंभीर घायल हैं, जबकि 639 लोगों को चोटें आईं हैं। वहीं, भूकंप के बाद बिजली बहाल करने की कोशिश में प्रशासन जुटा हुआ है।
इंडोनेशिया में आते रहते हैं भूकंप
वैसे तो इंडोनेशिया की प्राकृतिक सुंदरता लोगों को हमेशा मोहित करती रहती है, लेकिन इंडोनेशिया प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता है। यहां अकसर भूकंप और सुनामी अपना कहर बरपाते रहते हैं। भूकंप और सुनामी की वजह से पिछले 20 सालों में इंडोनेशिया में 2.50 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इंडोनेशिया के मेट्रोलॉजी हेड डायरनो के मुताबिक, सुलावेसी द्वीप पर अधिकारियों को परीक्षण के लिए भेजा गया है। लेकिन वो ये भी बताते हैं, कि सुलावेसी द्वीप भूकंप और सुनामी के लिहाज से बहुत सेंसेटिव द्वीप है। अब सुलावेसी में भेजे गये अधिकारी पृथ्वी के एपीसेंटर से निकलने वाली सेजमिक लहरों का अध्ययन करने की कोशिश करेंगे।
पहले भी भूकंप मचा चुका है कोहराम
आपको बता दें, कि इससे पहले इंडोनेशिया में 2004 और 2018 में भी तेज भूकंप आया था। 2018 में आये भीषण भूकंप में करीब 4300 लोगों की मौत हो गई थी। 2018 में आये भूकंप को रिक्टल स्केल पर 7.5 मापा गया था। वहीं, 2004 में इंडोनेशिया ने भूकंप का सबसे बड़ा दर्द झेला था। 2004 में इंडोनेशिया की धरती काफी देर तक भूकंप के तेज झटकों से कांपती रही। 2004 में आये उस भीषण भूकंप में करीब सवा दो लाख लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, लाखों लोग गंभीर घायल भी हुए थे। उस भूकंप का खौफ आज तक लोग भूल नहीं पाएं हैं। 2004 में भूकंप की तीव्रता 9.1 मापी गई थी। वहीं, इस बार भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई है।
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