अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ फ्रांस के राष्ट्रपति मैंक्रों, ईरान के साथ परमाणु डील खत्म करने का विरोध
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों जो इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं, बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित कर रहे थे। यहां पर उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अलग ईरान परमाणु डील को खत्म न करने की बात कही।
वॉशिंगटन। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों जो इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं, बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित कर रहे थे। यहां पर उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अलग ईरान परमाणु डील को खत्म न करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब तक किसी ऐसे प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय अनुबंध पर जो अमेरिका और यूरोपियन देशों की चिंताओं को दूर नहीं करता है तब तक ईरान डील को खत्म नहीं करना चाहिए। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में ईरान के साथ परमाणु डील हुई थी और 12 मई को ट्रंप इस डील पर कोई अहम फैसला ले सकते हैं। हालांकि ईरान की ओर से पहले ही अमेरिका को ऐसा न करने की धमकी दी जा चुकी है।
अभी इस डील पर ही कायम रहना होगा
मैंक्रों तीन दिनों तक अमेरिका के दौरे पर थे और उन्होंने ट्रंप से अपील की कि अमेरिका को इस डील पर कायम रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान डील परफेक्ट नहीं हैं लेकिन इसे नई और बेहतर डील से पहले खत्म नहीं करना चाहिए। मैंक्रों ने कहा, 'यह सही है कि वर्तमान समझौता सभी चिंताओं को दूर नहीं करता है और यह बहुत ही चिंताजनक बात है। लेकिन जब तक हमें इसकी जगह कुछ और ठोस विकल्प नहीं मिलता, इसे नहीं छोड़ना चाहिए। मेरी इस डील पर यही स्थिति है।' ट्रंप ने कई बार ईरान के साथ साल 2015 में ईरान के साथ परमाणु डील से अमेरिका के बाहर जाने की धमकी दी है। ईरान और छह देशों के साथ यह डील हुई थी। 12 मई को ट्रंप इस बात पर फैसला लेंगे कि क्या वाकई अमेरिका को वापस ईरान पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने चाहिए और यह इस डील खत्म करने की दिशा में पहला कदम होगा। मैंक्रों को ईरान डील के लिए ठोस उपाय चाहि और ट्रंप इस डील को खत्म करने पर अड़े हुए हैं। ट्रंप ने ईरान को यह धमकी भी दी है कि अगर ईरान ने अपना परमाणु कार्यक्रम दोबारा शुरू किया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
मैंक्रों के लिए बजीं तालियां
मैंक्रों को इस डील पर नया उपाय चाहिए जिसके तहत अगर साल 2025 के बाद ईरान की ओर से किसी तरह की कोई परमाणु गतिविधि हुई तो फिर अमेरिका और यूरोप इस पर बात करेंगे। इसके अलावा ईरान के बैलेस्टिक मिसाइल प्रोग्राम पर नजर रखने और यमन, सीरिया, इराक और लेबनान में ईरान की ओर से जो सामग्री मुहैया कराई गई है, उसका राजनीतिक समाधान हो। मैंक्रों ने कहा कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ मिलकर एक ऐसी व्यापक डील पर बात करें जो हमारी हर चिंता को दूर कर सके। उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा कि फ्रांस इस बात को लेकर प्रतिबद्ध है कि ईरान को परमाणु हथियारों के निर्माण से रोका जाए। मैंक्रों के मुताबिक ईरान को पांच क्या 10 वर्ष तक किसी भी तरह का कोई परमाणु हथियार हासिल नहीं करना है। मैंक्रों की इस बात पर अमेरिकी कांग्रेस में उनके लिए तांलियां भी बजीं।