अमेरिका को चैलेंज करने वाले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों चीन से घबराए, दलाई लामा से मिलने से किया इनकार
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों जिन्होंने ईरान के साथ परमाणु डील पर अमेरिका को खरी-खरी सुनाई है, उन्होंने बुधवार को तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के साथ मुलाकात करने से साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि वह चीन की मंजूरी के बिना या चीन की सलाह के बिना दलाई लामा से नहीं मिलेंगे।
वॉशिंगटन। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों जिन्होंने ईरान के साथ परमाणु डील पर अमेरिका को खरी-खरी सुनाई है, उन्होंने बुधवार को तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के साथ मुलाकात करने से साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि वह चीन की मंजूरी के बिना या चीन की सलाह के बिना दलाई लामा से नहीं मिलेंगे। उनका कहना है कि अगर वह ऐसा करेंगे तो चीन की सरकार के साथ संकट के हालात पैदा हो सकते हैं और वह ऐसा नहीं चाहते हैं।
'अब मैं फ्रांस का राष्ट्रपति हूं'
इमैनुएल मैंक्रों इस समय अमेरिका की यात्रा पर हैं और उन्होंने यह बात जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ हुए एक टाउन हॉल के दौरान कही। मैंक्रों ने कहा कि जब वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे तब उस समय उन्होंने पेरिस में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की थी। मैंक्रों ने कहा, 'अब मैं फ्रांस का राष्ट्रपति हूं। अगर मैं अब दलाई लामा से मिलता हूं तो फिर चीन के साथ संकट के हालात पैदा हो जाएंगे।' उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ चीन को संकेत देने के मकसद से ऐसा करना बिल्कुल बेकार और प्रतिकूल होगा। मैक्रों ने कहा कि ऐसा करने से चीन की ओर से कुछ कदम उठाए जाते हैं तो वह निश्चित तौर पर उनके देश के लोगों के लिए अच्छा नहीं होगा। लेकिन मैंक्रों ने यह जरूर कहा कि अगर फ्रांस दलाई लामा और चीन के लोगों के बीच किसी तरह से स्थितियां ठीक करने में उपयोगी हो सकता है तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ देने को तैयार हैं। चीन हमेशा से दलाई लामा को एक अलगाववादी नेता मानता है और उन पर हमेशा से आध्यात्मिक आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाता आया है।