मैक्रों के सलाहकार बोले- सुरक्षा परिषद में हमने नहीं चलने दिया चीन का खेल
French President's Advisor in India: नई दिल्ली। भारत दौरे पर आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के प्रमुख कूटनीतिक सलाहकार इमैनुएल बोन ने नई दिल्ली को फ्रांस के समर्थन की प्रतिबद्धता दोहराई है। बोन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के लिए फ्रांस के सहयोग का भरोसा दिया और ये भी बताया कि किस तरह फ्रांस ने चीन की चालों के खिलाफ भारत का साथ दिया।
मैक्रों के प्रमुख कूटनीतिक सलाहकार इमैनुएल बोन भारत-फ्रांस वार्ता के लिए फ्रांसीसी दल के साथ नई दिल्ली पहुंचे थे। डीएनए की खबर के मुताबिक उन्होंने कहा "जहां तक भारत के लिए सीधा खतरा है, हम इस बारे में हमेशा बहुत स्पष्ट रहे हैं। चाहे वह कश्मीर का मसला हो, हमने सुरक्षा परिषद में भारत का समर्थन किया। हमने चीन को किसी भी तरह का प्रतिक्रियात्मक खेल नहीं खेलने दिया है।"
अगस्त 2019 में भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया था। तब से ही चीन पाकिस्तान की मदद से लगातार सुरक्षा परिषद में ये मसला उठाने की कोशिश कर रहा है।
अगले
दो
साल
महत्वपूर्ण
फ्रांसीसी
डिप्लोमैट
ने
कहा
"भारत
दो
साल
के
लिए
सुरक्षा
परिषद
का
सदस्य
होने
जा
रहा
है।
ये
हमारे
लिए
एक
पहल
करने
का
एक
महत्वपूर्ण
अवसर
है।
हम
हिंद-प्रशांत
क्षेत्र
और
आतंकवादी
खतरों
के
बारे
में
सुरक्षा
परिषद
में
एक
साथ
संबोधित
करने
के
लिए
मौजूद
होंगे।"
फ्रांस ने हमेशा सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन किया है। हाल ही में भारत दो साल के लिए सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बना है। खास बात यह है कि जब पिछली बार 2011-2012 के दौरान भारत इसका सदस्य था तो बोन सुरक्षा परिषद में फ्रांसीसी टीम के सदस्य थे।
हिमालय
को
लेकर
हम
स्पष्ट-
बोन
वहीं
सीमा
पर
चीन
की
आक्रामता
के
बारे
में
पूछने
पर
उन्होंने
कहा
कि
"नई
दिल्ली
की
तुलना
में
पेरिस
के
लिए
ये
कहना
आसान
है
कि
हम
टकराव
के
रास्ते
पर
न
जाएं।
लेकिन
बाद
दूसरी
हो
जाती
है
आपके
सामने
हिमालय
में
समस्या
है
और
जब
आपकी
सीमा
पर
पाकिस्तान
है।
जहां
तक
हिमालय
की
बात
तो
हमारे
बयान
की
जांच
करें
हम
पूरी
तरह
से
स्पष्ट
हैं।
हम
सार्वजनिक
रूप
से
जो
कहते
हैं,
हम
निजी
तौर
पर
चीन
से
भी
वही
कहते
हैं।"
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