फ्रांस तोड़ेगा पाकिस्तान का FATF की ग्रे लिस्ट से निकलने का ख्वाब, पैंगबर कार्टून विवाद पर लिया था पंगा
FATF की ग्रे लिस्ट से पाकिस्तान को बाहर निकालने का फ्रांस विरोध करेगा। पैंगबर मोहम्मद कार्टून विवाद पर पाकिस्तान के रवैये से नाराज है फ्रांस।
इस्लामाबाद/पेरिस: FATF की ग्रे-लिस्ट से बाहर निकलने के लिए छटपटाते पाकिस्तान को इस बार फ्रांस बहुत बड़ा झटका देने वाला है। फ्रांस में आतंकी हमलों पर ताली पीटने वाले पाकिस्तान को फ्रांस बहुत बड़ा सबक सिखाने जा रहा है और फ्रांस की बदौलत अभी आतंकी मुल्क का मुहर माथे पर लिए दुनियाभर में अलग थलग रहने पर पाकिस्तान मजबूर रहेगा। FATF सोमवार को पाकिस्तान की किस्मत पर फैसला करने वाला है और ऐसी रिपोर्ट है कि फ्रांस ने पाकिस्तान का गेम कर दिया है।
फ्रांस देगा पाकिस्तान को झटका
पाकिस्तान FATF की ग्रे-लिस्ट से बाहर आने के लिए परेशान है मगर अपनी आतंकी करतूतों से बाज नहीं आ रहा है। ऐसे में सोमवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस में FATF की बैठक में तय किया जाना है कि पाकिस्तान को लिस्ट से बाहर निकाला जाए या नहीं। 22 फरवरी से 25 फरवरी तक चलने वाले वर्चअल मीटिंग के दौरान तय होगा कि आने वाले वक्त में पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय संगठनों या फिर देशों से आर्थिक मदद मिलेगी या नहीं मगर इन सबके बीच खुद पाकिस्तानी जानकारों का मानना है कि फ्रांस पाकिस्तान से बेहद नाराज है।
सीनियर पाकिस्तानी जर्नलिस्ट युनून खान ने पाकिस्तानी अखबार द डॉन से कहा है कि ज्यादातर यूरोपीय देश पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में ही रखने के पक्ष में हैं। यूरोपीय देशों का मानना है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को लेकर वो कार्रवाई नहीं की है, जिसकी उम्मीद पाकिस्तान से FATF ने लगा रखी थी। खासकर फ्रांस पाकिस्तान से बेहद नाराज चल रहा है। फ्रांस ने FATF को अपनी रिपोर्ट में फ्रांस को ग्रे लिस्ट में ही रखने को कहा है। बताया जा रहा है कि इस्लामाबाद ने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून विवाद को लेकर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया से बेहद नाखुश है। पाकिस्तान का स्थायी एंबेसडर भी फ्रांस में नहीं है और पाकिस्तान का फ्रांस के साथ डिप्लोमेटिक और इकोनॉमिक रिलेशन भी अच्छा नहीं है, लिहाजा फ्रांस पाकिस्तान के रास्ते पर किसी कांटे से कम नहीं है। अगर फ्रांस पाकिस्तान का विरोध करता है तो अक्टूबर तक के लिए पाकिस्तान और ग्रे लिस्ट में रहेगा और अक्टूबर की मीटिंग में तय किया जाएगा कि पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर निकाला जाए या नहीं।
फ्रांस पर भड़के थे इमरान खान
पैगंबर मुहम्मद कार्टून विवाद के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से फ्रांस की काफी आलोचना की थी और फ्रांस के खिलाफ मुस्लिम देशों से कार्रवाई की भी मांग की थी। इमरान खान ने अपने ट्वीट में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मेक्रों पर निशाना साधते हुए कहा था कि राष्ट्रपति मेक्रों जानबूझकर अपने लोगों को मुस्लिमों के खिलाफ भड़काते हैं। इमरान खान ने अपने ट्वीट में फ्रांस और फ्रांस के राष्ट्रपति पर लोगों में इस्लामोफोबिया भड़काने का काम किया है इसीलिए उन्होंने आतंकवाद के बजाए मुस्लिमों को निशाना बनाने का काम किया है।
इमरान खान ने कार्टून विवाद में को फ्रांस को जिम्मेदार बता दिया था मगर फ्रांस पर हुए आतंकी हमलों को लेकर एक बार भी ट्वीट नहीं किया था। इमरान खान ने फ्रांस पर हुए किसी भी आतंकी हमले को लेकर आतंकियों की निंदा नहीं की थी। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के इस रवैये से फ्रांस खासा नाराज है।
पाकिस्तान से नाराज अमेरिका
पाकिस्तान से सिर्फ फ्रांस ही गुस्से में नहीं है बल्कि अमेरिका भी आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तानी रवैये से बेहद नाराज है। पिछले महीने ही पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल के हत्यारे अलकायदा आतंकी को बरी कर दिया है। अमेरिका ने पाकिस्तान से कड़े शब्दों में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल को इंसाफ दिलाने की मांग की, फिर भी पाकिस्तान कुछ नहीं कर पाया, जिसके बाद अमेरिका पाकिस्तान को लेकर गुस्से में है और माना जा रहा है कि FATF की बैठक में अमेरिका भी पाकिस्तान के खिलाफ वोट करेगा। यूरोपियन देशों का कहना है कि पाकिस्तान ने FATF के दिए 27 बिंदुओं में 6 बिंदुओं पर अभी भी सही काम नहीं किया है और पाकिस्तान आतंकवाद को लेकर दुनिया को गुमराह कर रहा है। लिहाजा पाकिस्तान को अभी ग्रे लिस्ट से बाहर नहीं निकालना चाहिए।