जानिए क्यों IS के आतंकी हमले से दहला फ्रांस और क्या था साल 2015 के आतंकी हमलों से इसका कनेक्शन
पेरिस। फ्रांस एक बार फिर शुक्रवार को आतंकवाद का निशाना बना है, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। फ्रांस में इस साल का यह पहला आतंकी हमला है। हालांकि, फ्रांस पुलिस ने आधे घंटे के भीतर ही आईएसआईएस के आतंकी को बंधक बनाकर मार गिराया। इस घटना के बाद फ्रांस के गृहमंत्री ने कहा कि नवंबर 2015 पेरिस में हुए आतंकी हमलों में दोषी आतंकी की रिहाई की मांग कर रहा था। फ्रांस का रहने वाले इस गनमैन ने पहले तो खुद का आईएसआईएस का समर्थक बताया, लेकिन घटना के कुछ देर बाद ही आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ले ली। फ्रांस पुलिस के मुताबिक, गोलीबारी के दौरान गनमैन 'अल्लाहू अकबर' के नारे लगा रहा था।
पेरिस हमलावर के रिहाई मांग कर रहा था गनमैन
अपने आपको आईएसआईएस का समर्थक बताने वाले फ्रैंच गनमैन को गिरफ्तार करने के बाद उसने पुलिस को बताया कि वह सालेह अब्देसलम की रिहाई चाहता था। सालेह अब्देसलाम 2015 में पेरिस में हुए आतंकी हमलों का मुख्य आरोपी है, जिसमें 138 लोगों की मौत और 368 बुरी तरह से घायल हुए थे।
पेरिस से भागा था अब्देसलाम
फ्रैंच नागरिक अब्देसलाम को 13 नवंबर 2015 को गिरफ्तार किया गया। पेरिस अटैक के बाद अब्देसलाम शहर से भाग निकला था, लेकिन पुलिस ने छापेमारी करते हुए ब्रुसेल्स को गिरफ्तार कर लिया था। अब्देसलाम को आईएसआईएस का आतंकी बताया जाता है। अगले माह 29 अप्रैल को अब्देसलाम के मुकदमा की पेशी होनी है।
ISIS ने ली जिम्मेदारी
हालांकि, फ्रांस सरकार ने मारे गए रेडौने लैक्डिम गनमैन के आईएसआईएस का आतंकी होने और अब्देसलाम से किसी भी प्रकार के लिंक होने की पुष्टी नहीं की है। वहीं, आईएसआईएस ने कहा है कि लैक्डिम उन्ही का ही शख्स था। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब जिहादी अब्देसलाम की रिहाई की मांग करते हुए आतंकियों ने लोगों को निशाना बनाया है।
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