फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनएल मैंक्रो ने ईरान के साथ मिलकर किया कुछ ऐसा कि उड़ गए ट्रंप के होश
बियारिट्ज। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो के एक फैसले से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को तगड़ा झटका लगा है। ट्रंप को चौंकाते हुए मैंक्रो ने अमेरिका के इस समय बड़े दुश्मन बन चुके ईरान के विदेश मंत्री को भी जी-7 सम्मेलन में बुला लिया। ईरानी के विदेश मंत्री जावेद जारीफ इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस पहुंच चुके हैं। खुद ट्रंप को इस बात की जानकारी नहीं थी और जब उन्होंने कॉन्फ्रेंस में जारीफ को देखा तो हैरान रह गए। जारीफ को इस सम्मेलन में देखना ट्रंप के लिए काफी कष्टकारी था।
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ईरान को देखकर ट्रंप को लगा सदमा
ट्रंप जी-7 सम्मेलन में ईरान की मौजूदगी पर पूरी खामोश हैं। उन्हें समझ ही नहीं आया कि इस पर मीडिया को क्या जवाब दिया जाए। मीडिया ने उनसे जब इस बाबत सवाल पूछा तो उनका जवाब था, 'नो कमेंट'। बताया जा रहा है कि मैंक्रो के इस कदम से अमेरिका, फ्रांस से खासा नाराज है। व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने शिकायत की है कि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ट्रंप प्रशासन और ईरान के बीच जबरदस्ती वार्ता कराने की कोशिश कर रहे हैं। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव कम करने के लिए मैंक्रो और उनके ईरानी समकक्ष हसन रूहानी ने पिछले कई दिनों फोन पर बातचीत की है।
ट्रंप ने बताया है ईरान को आतंकी देश
ट्रंप ने ईरान को नंबर एक आतंकी देश बताया हुआ है। ट्रंप ने मई 2018 में ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते को कैंसिल कर दिया था। ईरान के विदेश मंत्री परमाणु कार्यक्रम के बारे में चर्चा करने के लिए वह जी-7 के दौरान कई अधिकारियों से मिलेंगे। जारीफ ने कहा कि आगे का रास्ता बहुत कठिन है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि फ्रांस के विदेश मंत्री जीन यवेस ले ड्रियन के साथ बातचीत के बाद राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात की और ब्रिटेन और जर्मन अधिकारियों से भी मिले। उन्होंने लिखा, 'आगे का रास्ता बहुत कठिन है। लेकिन कोशिश जारी है।'