फ्रांस ने किया भारत की कोशिशों का समर्थन, कहा UNSC में स्थायी सदस्यता का हकदार
न्यूयॉर्क। यूनाइटेड नेशंस (UN) में फ्रांस के स्थायी प्रतिनिधि फ्रैंकोइस डेलातरे की ओर से कहा गया है कि सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) में भारत को स्थायी सदस्यता दिए जाने की बहुत सख्त जरूरत है। उन्होंने न सिर्फ भारत बल्कि जर्मनी, जापान और ब्राजील का भी नाम लिया है। डेलातरे का कहना था कि यूएन जैसी संस्थाओं में इन देशों को बतौर स्थायी सदस्य शामिल करना फ्रांस की एक रणनीतिक प्राथमिकता है और इसे पूरा किया जाएगा। आपको बता दें कि मार्च के माह से फ्रांस, यूएनएससी का मुखिया बनाया है। हाल ही में सुरक्षा परिषद की ओर से ही जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किया गया है।
भारत पिछले कई वर्षों से कर रहा कोशिशें
भारत पिछले कई वर्षों से यूएन की स्थायी सदस्यता की कोशिशें कर रहा है। डेलातरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि फ्रांस और जर्मनी की नीति बहुत मजबूत है। इन नीतियों के तहत सिक्योरिटी काउंसिल को विस्तार देने और उससे जुड़ी बातचीत को आगे बढ़ाना जिससे सिक्योरिटी काउंसिल का दायरा बढ़ सके, सबसे अहम है। डेलातरे ने कहा फ्रांस का मानना है कि कुछ प्रमुख सदस्यों को जोड़ने के साथ सिक्योरिटी काउंसिल और विस्तार देना फ्रांस की रणनीतिक प्राथमिकताओं में से एक है। भारत, यूएनएससी पिछले कई वर्षों से अटके पड़े सुधारों के लिए दवाब देने वाले प्रयासों में सबसे आगे रहा है। भारत हमेशा इस बात पर जोर देता आया है कि वह यूनाइटेड नेशंस की महत्त्वपूर्ण संस्था में एक स्थायी सदस्य के तौर पर उचित जगह का हकदार है। अप्रैल के लिए यूनाइटेड नेशंस में जर्मनी की अध्यक्षता के अंत में देश के राजदूत क्रिस्टोफ ह्यूसगन के साथ बोलते हुए डेलातरे ने जोर दिया कि फ्रांस मानता है कि, 'जर्मनी, जापान, भारत, ब्राजील और विशेष रूप से अफ्रीका का सही प्रतिनिधित्व सिक्योरिटी काउंसिल में निष्पक्ष प्रतिनिधित्व की दिशा में बहुत जरूरी है। यह हमारे लिए प्राथमिकता का विषय है।'
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