फ्रांस के राष्ट्रपति की इस्लाम पर टिप्पणी से मुस्लिम देश खफा, भारत में ट्रेंड हुआ 'आई स्टैंड विद फ्रांस'
फ्रांस के राष्ट्रपति की इस्लाम पर टिप्पणी, भारत में ट्रेंड हुआ 'आई स्टैंड विद फ्रांस'
नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों की इस्लाम को लेकर टिप्पणी पर इस्लामिक देशों में विरोध देखा जा रहा है। तुर्की, पाकिस्तान, ईरान इसको लेकर मैंक्रो पर टिप्पणी भी कर चुके हैं। कई मुल्कों ने फ्रांस ने उत्पादों का बायकॉट करने की भी अपील की है। ऐसे में ट्विटर पर लगातार #BycottFrance ट्रेंड में हैं। अब सोशल मीडिया पर फ्रांस और इमैनुएल मैंक्रों के समर्थन में भी लोग आ गए हैं। भारत में मंगलवार को #IStandWithFrance लगातार ट्रेंड में है।
Recommended Video
भारत में मिला समर्थन
भारत में ट्विटर पर मंगलवार को हजारों लोगों ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों की इस्लाम पर टिप्पणी को सही कहा है और अपना समर्थन दिया है। आई स्टैंड विद फ्रांस के हैशटैग के साथ लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं। दुनियाभर में विरोध के बीच फ्रांस को किसी देश की सोशल मीडिया पर ये बड़ा समर्थन है।
क्या है ये पूरा मामला
राजधानी पेरिस में हाल ही में एक शिक्षक की हत्या कर दी गई थी। इस टीचर ने पैंगबर मोहम्मद पर बने एक कार्टून को लेकर कक्षा में पढ़ाया था। 16 अक्टूबर को एक शिक्षक की मोहम्मद साहब का कार्टून दिखाने के कारण गला काटकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने इसे इस्लामिक आतंकवाद करार देते हुए कहा, इस्लाम एक ऐसा धर्म है जिससे आज पूरी दुनिया में संकट में है। उन्हें डर है कि फ्रांस की करीब 60 लाख मुसलमानों की आबादी समाज की मुख्यधारा से अलग-थलग पड़ सकती है। उन्होंने ये भी कहा कि उनकी सरकार दिसंबर में एक बिल लाएगी जो सन् 1905 में बने एक कानून को मजबूत करेगा। इस कानून के तहत चर्च और देश की सत्ता को आधिकारिक तौर पर पृथ्क कर दिया गया था।
तुर्की समेत कई मुस्लिम देशों में विरोध
फ्रांस के राष्ट्रपति की इस टिप्पणी के बाद इस्लामिक देशों में फ्रांस के खिलाफ एक माहौल देखा जा रहा है। अरब मुल्कों में सोशल मीडिया पर सभी फ्रेंच उत्पादों के बहिष्कार को लेकर मुहिम चल रही है। पाकिस्तान ने तो फ्रांसीसी राजनयिक के सामने अपना आधिकारिक विरोध भी दर्ज करवाया है। इस सबके बीच भारत में सोशल मीडिया पर फ्रांस को समर्थन मिला है। वहीं फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि उसके राजदूत उन देशों में भेजे गए हैं जहां फ्रांसीसी उत्पादों का बहिष्कार किया जा रहा है। इन देशों को बहिष्कार वापस लेने को कहा गया है।