France: इस्लामिक आतंकवाद पर राष्ट्रपति मैंक्रो की चेतावनी, अब डराने वाले रहेंगे डर के साए में
पेरिस। फ्रांस में पिछले दिनों इतिहास के एक टीचर की निर्ममता से हत्या कर दी गई। 18 साल के एक युवक ने इस बात पर उनका सिर कलम कर दिया क्योंकि वह क्लास में फ्री स्पीच के बारे में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून के जरिए बताने की कोशिश कर रहे थे। कोरोना वायरस महामारी की मार झेलते यूरोप के इस अहम पर्यटन स्थल देश में अब बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। रविवार को यहां पर लोगों ने फ्री स्पीच और धर्मनिरपेक्षता के पक्ष में रैलियां निकालीं। राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो अपनी सरकार के साथ इस्लामिक आतंकवाद का जवाब देने के लिए बड़े स्तर पर चर्चा कर रहे हैं।
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साल 2015 से आतंकवाद से त्रस्त फ्रांस
पिछले पांच सालों से फ्रांस में आतंकवाद ने अपनी जड़ बनानी शुरू कर दी है। जनवरी 2015 में चार्ली हेब्दो ऑफिस पर आतंकी हमला हुआ तो इसी साल नवंबर में मुंबई में साल 2008 में हुए आतंकी हमलों की तर्ज पर एक के बाद एक हमलों को अंजाम दिया गया। राष्ट्रपति मैंक्रो ने कहा है कि इस्लामिक आतंकवाद को हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार ने इतिहास के टीचर सैमुएल पैटी को देश का सर्वोच्च असैन्य वीरता पुरस्कार देने का ऐलान किया है। पेरिस समेत फ्रांस के बड़े शहरों में कोरोना के खतरे को दरकिनार करते हुए प्रदर्शनों को हवा दी जा रही है। देश के झंडे के साथ लोग आतंकवाद के पीड़ित टीचर को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
मस्जिदों को किया गया बंद
फ्रांस में पेरिस के अलावा बड़े शहरों में मौजूद हर मस्जिद को बंद करने का आदेश दे दिया गया है। पुलिस यहां पर अब तेजी से उस व्यक्ति की तलाश कर रही है जिसने हत्यारे को उकसाया था। पांटीन की सबसे बड़ी मस्जिद को बंद कर दिया गया है। इमैनुएल मैक्रों ने देश में बढ़ते इस्लामोफोबिया, रंगभेद और भेदभाव को खत्म करने के मकसद से एक बिल का ऐलान किया है। 'इस्लाम ऑफ द एनलाइटमेंट' नाम के इस बिल का ड्राफ्ट तैयार हो चुका है।मैक्रों ने चार अक्टूबर को बिल के बारे में ऐलान किया था। उन्होंने बताया कि बिल का ड्राफ्ट नौ दिसंबर को काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स के पास भेजा जाएगा। मैक्रों का कहना है कि नए उपायों की मदद से फ्रांस के गणतंत्र को सुरक्षित करने और उसके आदर्शों की रक्षा करने में सफलता मिल सकेगी। इसके अलावा कट्टर इस्लामवाद से भी लड़ा सकेगा।
चैन की नींद नहीं सो सकेंगे आतंकी
राष्ट्रपति मैंक्रो ने आतंकियों को चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा है कि जल्द देश में डर अपनी जगह बदलता हुआ दिखाई देगा। मैंक्रो के मुताबिक देश में इस्लामिक आतंकियों को चैन की नींद नहीं सोने दिया जाएगा। जिस हत्यारे ने पैटी को मारा है उसकी उम्र 18 साल थी और चेचन्या का रहने वाला था। अब्दुल्ला अंजोरोव नामक इस आतंकी ने दो किशोर लड़कों को 300 से 350 यूरो भी दिए ताकि वो उसे पैटी के बारे में जानकारी दे सकें। इन दोनों लड़कों की उम्र 14 और 15 साल है। फ्रांस की अथॉरिटीज ने सात लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया है।
टीचर को मिलेगा सर्वोच्च सम्मान
बुधवार को पेरिस के उपनगरीय इलाके कॉन्फ्लांस-सेंट-हानोराइन में पैटी के सम्मान में एक सभा का आयोजन भी किया गया। अभियोजकों ने हत्यारे पर आतंकवाद के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। राष्ट्रपति मैंक्रो ने सोरोबॉन यूनिवर्सिटी में आयोजित प्रार्थना सभा में कहा, 'हम कार्टूनों को नहीं त्यागेंगे।' इसके साथ ही मैंक्रो ने पैटी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान लिजियन ऑफ ऑनर से सम्मानित करने का ऐलान किया। राष्ट्रपति मैंक्रो ने आतंकी को कायर करार दिया है। उन्होंने कहा, 'पैटी की हत्या हुई क्योंकि इस्लामिक हमारा भविष्य चाहते हैं। लेकिन वो कभी सफल नहीं हो सकते हैं।'