देश-देश भटक रहे गोटाबाया राजपक्षे, मालदीव, सिंगापुर के बाद अब इस देश जाएंगे श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति
कोलंबो, 10 अगस्तः श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच देश छोड़कर भागे गोटबाया अलग-अलग देशों में शरण ले रहे हैं। श्रीलंका छोड़ने के बाद वह सबसे पहले वह मालदीव पहुंचे थे, इसके बाद वह सिंगापुर गए जहां वह अब तक शरण लिए हुए हैं। लेकिन एक बार फिर से उनके किसी और देश में शरण लेने की खबर आ रही है। हाल ही में श्रीलंका सरकार ने सिंगापुर के अधिकारियों से पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को सिंगापुर में और कुछ दिन रहने देनें की अपील की थी।
थाइलैंड में शरण लेंगे राजपक्षे
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे सिंगापुर के बाद अब थाइलैंड में शरण लेंगे। वीजा की अवधि समाप्त होने के कारण 11 अगस्त को राजपक्षे के सिंगापुर छोड़ने की उम्मीद जताई जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक वह गुरुवार को थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक पहुंचेंगे। इस बीच थाइलैंड के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे थाइलैंड कुछ दिनों के दौरे पर आ रहे हैं, उन्हें यहां शरण देने की बातें पूरी तरह से गलत हैं।
थाइलैंड सरकार ने की पुष्टि
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता तनी संगरत ने कहा कि थाइलैंड को राजपक्षे के राजनयिक पासपोर्ट से कोई समस्या नहीं है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि राजपक्षे कब यात्रा करना चाहते हैं। बतादें कि राजनियक पासपोर्ट पर गोटाबाया राजपक्षे 90 दिनों तक थाइलैंड में रह सकते हैं। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति के थाईलैंड में शरण लेने को लेकर श्रीलंका सरकार ओर से अब तक कोई बयान नहीं आया है।
9 जुलाई को राजपक्षे ने छोड़ा देश
श्रीलंका आजादी के बाद से अपने सबसे बुरे आर्थिक हालात से जूझ रहा है। इस वजह से राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देशवासियों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा था। 9 जुलाई को हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास और कार्यालय पर धावा बोल दिया, जिसके बाद गोटबाया देश छोड़कर भाग गए। श्रीलंका के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब किसी राष्ट्रपति को अपने कार्यकाल के बीच में ही पद छोड़ना पड़ा।
गोटबाया को देश न लौटने की सलाह
हाल ही में श्रीलंका के वर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने गोटबाया राजपक्षे को देश न लौटने की सलाह दी थी। विदेशी अखबार को दिए एक साक्षात्कार में विक्रमसिंघे ने कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति को फिलहाल श्रीलंका लौटने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह उनके लौटने का समय है।' गौरतलब है कि श्रीलंका छोड़ने के बाद से गोटबाया राजपक्षे ने एक भी सार्वजनिक उपस्थिति या टिप्पणी दर्ज नहीं कराई है।
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