पूर्व पीएम ने तोहफे में मिली घड़ियां बेचकर करोड़ों कमाए! बुरे फंसे इमरान, नोटिस जारी
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान फिर से विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। चुनाव आयोग ने इस संबंध में उन्हें नोटिस जारी किया है। उन्हें 18 अगस्त को सुनवाई के लिए बुलाया गया है।
इस्लामाबाद, 8 अगस्त : पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान को सरकारी खजाना संग्रह विवाद (तोशखाना) के संबंध में नोटिस जारी किया गया है। उन्हें 18 अगस्त को सुनवाई के लिए बुलाया गया है। जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM-Pakistan Democratic Movement) ने खान के खिलाफ शिकायत की थी कि, पूर्व पीएम ने अपने कार्यकाल के दौरान तोशखाना से अधिकांश सामान मुफ्त में लिया था।
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इमरान ने घड़ी बेचकर करोड़ों कमाए! नोटिस जारी
पीडीएम का दावा है कि, इमरान खान ने कुछ वस्तुओं के लिए ही भुगतान किया था, जो वह तोशखाना से घर ले गए थे, लेकिन ज्यादातर सामान उन्होंने बिना भुगतान किए सरकारी खजाने से ले लिया था। पीडीएम की शिकायत में यह भी दावा किया गया है कि, इमरान खान ने मिलने वाले उपहारों के बारे में खुलासा नहीं किया है और अपने बयानों में जानकारियां छुपाई हैं।
क्या कहता है पाकिस्तानी कानून
पाकिस्तान के कानून के मुताबिक, विदेशी नेताओं से मिलने वाले किसी भी उपहार को सरकारी खजाने में जमा कराना होता है। हालांकि,पूर्व पाकिस्तानी पीएम पर सिर्फ घड़ियों को ही बेचने का आरोप नहीं है। उन पर कई और महंगे और कीमती तोहफों को भी बेचने का आरोप भी लगा है। पाकिस्तान के कानून के मुताबिक, सरकारी अधिकारियों को मिलने वाले उपहारों की सूचना तुरंत दी जानी चाहिए, ताकि इसके मूल्य का आंकलन किया जा सके और मूल्यांकन किए जाने के बाद ही प्राप्तकर्ता एक विशिष्ट राशि जमा करके उपहार अपने पास रख सकता है। कानून के मुताबिक, अगर प्राप्तकर्ता उपहार के लिए तय राशि जमा नहीं करता है तो ये उपहार या तो तोशखाना में जमा रहते हैं या फिर उन्हें नीलाम कर दिया जाता है। नीलाम से प्राप्त रकम को राष्ट्रीय खजाने में जमा करवा दिया जाता है।
हीरे-जवाहरात लगी हुई घड़ियों को बेच दिया
मीडिया रिपोर्टों ने एक आधिकारिक जांच विवरण के हवाले से दावा किया है कि खान ने प्रधानमंत्री रहने के दौरान इन हीरे-जवाहरात लगी हुई घड़ियों को बेच दिया था। इन घड़ियों से उन्होंने कीमती घड़ियों से करोड़ों रुपये कमाए हैं। इन 3 घड़ियों की कुल कीमत 15.4 करोड़ रुपये है। इमरान ने इन्हें कुल कीमत से बहुत कम सिर्फ 3.6 करोड़ रुपये में बेचा था।
शहबाज सरकार का आरोप
इस साल अप्रैल में, शहबाज शरीफ ने पूर्व पीएम इमरान खान पर दुबई में 14 करोड़ रुपये के तोशाखाना उपहार बेचने का आरोप लगाया था। खबर के मुताबिक, प्रधानंमत्री शहबाज शरीफ ने कहा था कि इमरान खान ने अपने कार्यकाल के दौरान तोशाखाने के तोहफे दुबई में 14 करोड़ रुपये में बेच दिए हैं। इमरान खान ने शरीफ के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा था कि उन्होंने अपने तोहफे बेचे हैं। इमरान खान ने सरकार में रहते हुए नियमों में बदलाव किया था। तोशाखाना नियमों में बदलाव कर तय किया था कि तोहफे की मूल कीमत का 50 फीसदी का भुगतान करके उसे अपने पास रखा जा सकता है।
इमरान की टिप्पणी
शहबाज शरीफ का रहस्योद्घाटन इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में दायर तोशाखाना के विवरण की मांग वाली एक याचिका के संबंध में एक सवाल के जवाब में आया, जिस पर तत्कालीन पीएम इमरान खान ने टिप्पणी की थी कि आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 के अनुसार विवरण का खुलासा नहीं किया जा सकता है।
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