'नवाज'नीति: शराफत वाले दांव से 10 साल की सजा को झट से मौके में बदल डाला
नई दिल्ली। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PMLN) के नेता नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के मामले में 10 साल की सजा के बाद माना जा रहा था कि उनका राजनीतिक करियर अब खत्म हो चुका है। जब नवाज शरीफ को जेल हुई, तब वह लंदन में पत्नी का इलाज करा रहे थे। ज्यादातर विश्लेषक मान रहे थे कि नवाज शरीफ अब देश नहीं लौटेंगे, लेकिन उन्होंने हैरत भरा कदम उठाते हुए ऐलान कर दिया कि वह पाकिस्तान लौटेंगे। वह शुक्रवार को पाकिस्तान लौटे और अब जेल में हैं। नवाज शरीफ के जेल जाने से पहले उनकी पार्टी की जीत की संभावनाएं दूर-दूर तक नहीं थी, लेकिन नवाज ने 'विक्टिम कार्ड' खेल कर विरोधियों को एक ही दांव में चित कर दिया। वैसे भी नवाज शरीफ ने अपनी सरकार के कार्यकाल में ऐसा भी कोई कार्य नहीं कर सके, जिसे चुनावों में भुनाया जा सके। लेकिन अब उनके पास एक सुनहरा मौका है।
पाकिस्तान रवाना होने से उन्होंने कहा कि वह कुर्बानी देना चाहते हैं। नवाज शरीफ ने वीडियो संदेश भेजकर कहा, 'मैं पाकिस्तान की आने वाली पीढ़ी के लिए कुर्बानी दे रहा हूं। वो कदम से कदम मिलाकर और हाथ में हाथ डालकर चलें और मुल्क की तकदीर बदलें। ये मौके बार-बार नहीं आएंगे।' नवाज शरीफ का यह संदेश उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को जोश और जज्बे से लबरेज कर गया। पाकिस्तान में 25 जुलाई को चुनाव होने वाले हैं। इस समय हर तरफ नवाज शरीफ के जेल जाने की चर्चा है। बेटी मरियम के भावुक संदेश हर अखबार में छप रहे हैं। न्यूज चैनलों पर एक नई डिबेट यह भी चल रही है कि कहीं नवाज शरीफ को फंसाया तो नहीं गया है? कहीं नवाज को सजा के पीछे सेना की भूमिका तो नहीं?
नवाज शरीफ के साथ बेटी मरियम को भी सजा हुई है। मीडिया में लगातार उनके बयान आ रहे हैं। उन्होंने पिता के साथ मजबूती से खड़े रहने की बात कही है। साथ ही कैंसर से जूझ रही मां की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं। मरियम को नवाज शरीफ का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है। ऐसे में नवाज शरीफ ने पाकिस्तान लौटने का दांव चलकर मरियम के लिए भी राजनीति में जगह बनाने का एक मौका निकाल लिया है। पाकिस्तान के आम चुनाव के बारे में किए गए सर्वे के मुताबिक इस बार त्रिशंकु नतीजों की संभावना है। पीएमएल-एन और पीटीआई के बीच कांटे की टक्कर है, लेकिन किसी पार्टी को स्पष्ट जीत मिलती नजर नहीं आ रही है। ऐसे हालात में नवाज शरीफ की पार्टी सरकार बनाने में कामयाब रही तो बाजी पूरी तरह से पलट जाएगी। नवाज शरीफ और बेटी मरियम दोनों के निशाने पर सेना है। पाकिस्तान की अवाम के बीच सेना के खिलाफ बोलकर नवाज शरीफ दूसरे दलों से अलग छवि बनाने में कामयाब हो सकते हैं।