मलेशिया के पूर्व पीएम नजीब रज्जाक भ्रष्टाचार के मामले में हुए गिरफ्तार
कुआलालंपुर। मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक को भ्रष्टाचार के मामले में एंटी-ग्राफ्ट एजेंसी ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। नजीब पर मलेशिया डिवलेपमेंट बेरहाड (1MBD) में करोड़ों डॉलर का घपला करने का आरोप है। मलेशिया एंटी करप्शन ब्योरो ने नजीब को उनके आवास से ही गिरफ्तार किया है। हालांकि, नजीब ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। खास बात है कि इस बार नजीब पर भ्रष्टाचार और अपनी ताकत का दुरुपयोग करने से जुड़े 25 आरोप सही साबित हुए है।
साल 2009 में बने थे पीएम
नजीब को गुरुवार को ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। जून माह में मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने कहा था कि नजीब के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में अधिकारियों की एक टीम जांच कर रही है। नजीब पर 1एमडीबी सरकारी कंपनी से 70 करोड़ डॉलर अपने निजी खाते में ट्रांसफर कराने का भी आरोप है। मई में हुए आम चुनाव में नजीब को महातिर मोहम्मद के हाथों की करारी हार का सामना करना पड़ा था। नजीब और उनसे जुड़े लोगों ने निवेश कोष में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की। मई महीने में हुए चुनाव में उनकी सरकार की हार के कारणों में भ्रष्टाचार का आरोप प्रमुख था। उनके गठबंधन को महातिर मोहम्मद नीत गठबंधन से हार का सामना करना पड़ा था। नजीब पर पद का दुरूपयोग, आपराधिक विश्वासघात, भ्रष्टाचार और मनी-लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए जा चुके हैं। नजीब पर यह भी आरोप है कि सरकारी कोष से करोड़ों रिंगिट की राशि उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की गई। नजीब ने साल 2009 में मलेशिया के पीएम बने थे और इसी वर्ष उन्होंने 1एमबीडी की स्थापना की थी। इस कोष का मकसद आर्थिक विकास को बढ़ावा देना था। लेकिन इस कोष पर लाखों डॉलर का कर्ज चढ़ गया। सीमा पार गबन और धनशोधन को लेकर इस मामले की अमेरिका और कई अन्य देशों में जांच की जा रही है।