ये हैं वे सात भारतीय जिन्हें फोर्ब्स की लिस्ट में मिली है जगह
ह्यूस्टन। लीडिंग अमेरिकी मैगजीन फोर्ब्स ने एशिया के सबसे उदार बिजनेसमैन की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में सात भारतीयों ने अपने नाम के साथ ही अपना दबदबा कायम रखा है।
इस लिस्ट में एशिया पैसेफिक के 13 देशों के अरबपतियों को जगह मिली है। हालांकि इस लिस्ट में इंफोसिस के चार को-फाउंडर्स को जगह मिली है। लिस्ट में केरल के सर्नी वार्के टॉप पर हैं।
सनी फिलहाल दुबई में हैं और वह 14 देशों में 70 प्राइवेट स्कूलों की चेन जीईएमएस एजूकेशन के फाउंडर हैं। स्लाइड्स पर क्लिक करिए और देखिए कौन हैं वह सात लोग जिन्हें फोर्ब्स की इस लिस्ट में जगह मिली है।
सनी वार्के
केरल में जन्मे सनी बिल गेट्स और वॉरेन बफे की अगुवाई वाली संस्था गिविंग प्लेज इनीशिएटिव के तहत अपनी 2.25 बिलियन डॉलर की संपत्ति को दान कर चुके हैं।
सेनापति गोपालकृष्णन
सेनापित गोपालकृष्णन को आप सभी कृष गोपालकृष्णन के नाम से भी जानते हैं। कृष इंफोसिस के को-फाउंडर हैं। कृष बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस की ओर से ब्रेन रिसर्च सेंटर को अब तक 225 करोड़ रुपए की मदद कर चुके हैं।
नंदन नीलेकणी
नंदन भी इंफोसिस के को-फाउंडर हैं और वह भारत में यूएआईडी के चेयरमैन रह चुके हैं। नंदन और उनकी पत्नी अभी तक 350 करोड़ रुपए दान कर चुके हैं। उनकी पत्नी रोहनी ने फैसला किया है कि वह हर वर्ष 20 करोड़ रुपए दान करेंगी।
एसडी शिबूलाल
इंफोसिस के एक और को-फाउंडर 60 वर्ष के शिबूलाल आठ मिलियन डॉलर अपनी दो फाउंडेशन को दान कर चुके हैं। यह फाउंडेशन बच्चों की हार्ट सर्जरी और पेंशन जैसी समस्याओं को देखती हैं।
रोहन मूर्ति
नारायण मूर्ति के बेटे रोहन को भी इस लिस्ट में जगह मिली है। रोहन ने 5.2 मिलियन डॉलर की रकम हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को दान दी है जिसका मकसदर भारत के साहित्यिक विरासत को प्रमोट करना है।
सुरेश और महेश रामकृष्णन
लंदन के मशहूर ब्रांड व्हिटकॉम्ब एंड शैफ्ट्सबरी टेलर्स के मालिक सुरेश और महेश रामकृष्णन सगे भाई हैं। दोनों ने भारत में अब तक 4,000 लोगों को टेलरिंग का मास्टर बनाने के लिए अपनी तीन मिलियन डॉलर की रकम दान में दे दी है।