सऊदी अरब: टाइट कपड़े पहनने और सार्वजनिक स्थानों पर किस करने वालों को भरना होगा जुर्माना
रियाद। दुनिया के किसी देश में शायद ही कसे कपड़े (टाइट कपड़े) पहनने को लेकर जुर्माना भरना पड़ता हो। लेकिन सऊदी अरब ने इसे लेकर भी नियम बना दिए गए हैं। शनिवार को सऊदी अरब ने कहा है कि वह सार्वजनिक शिष्टता का अनादर करने वालों पर जुर्माना लगाएगा। इसमें कसे कपड़े पहनने और सार्वजनिक स्थानों पर किस करना भी शामिल है। ये फैसला सऊदी ने पर्यटन पर लिए अपने फैसले से महज एक दिन बाद ही लिया है।
यहां की सरकार ने कहा है कि उसने ऐसे 19 "अपराधों" की पहचान की है, लेकिन किस अपराध में कितने का जुर्माना लगेगा ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। सरकार ने एक बयान जारी कर कहा है, "नए नियम के तहत पुरुष और महिलाओं दोनों को आम कपड़े (जिसमें तन कम से कम दिखाई दे) पहनने होंगे।
जिससे सार्वजनिक स्थान पर शालीनता बनी रहे। महिलाएं आम कपड़ों में कुछ भी पहनने के लिए स्वतंत्र हैं। नियम यह सुनिश्चित करने के लिए हैं कि देश में आगंतुकों और पर्यटकों को सार्वजनिक व्यवहार से संबंधित कानून के बारे में पता हो ताकि वे इसका अनुपालन करें।"
विजन 2030 कार्यक्रम का हिस्सा
बात दें शुक्रवार को ही सऊदी ने कहा था कि वह 49 देशों के लिए एक वीजा व्यवस्था शुरू करेगा। इन देशों में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कई अन्य यूरोपीय देश शामिल हैं। साथ ही महिला पर्यटकों के लिए सख्त ड्रेस कोड में भी बदलाव किया जाएगा। ये फैसला राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 कार्यक्रम का हिस्सा है। जिसका उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। जो अभी तक तेल पर ही निर्भर रही है।
यहां अभी तक वीजा ज्यादातर तीर्थयात्रियों, व्यापारियों और प्रवासी श्रमिकों तक ही सीमित है। सऊदी अरब पर्यटन उद्योग में विदेशी निवेश की भी उम्मीद कर रहा है। वह तेल पर से अपनी निर्भरता को कम करने और अपनी संस्कृति के प्रचार के लिए ऐसा कर रहा है।
अधिक पसंद नहीं किए जाने की संभावना
लेकिन इस रूढ़िवादी देश में जहां शराब पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है, उसे वैश्विक पर्यटकों द्वारा अधिक पसंद नहीं किए जाने की संभावना है। हालांकि यहां मुस्लिम तीर्थयात्री मक्का और मदीना जैसे पवित्र तीर्थ स्थलों पर जाने के लिए आ सकते हैं।
नए नियमों के तहत महिलाएं और पुरुष ना तो कसे कपड़े पहन सकते हैं और ना ही वो कपड़े पहन सकते हैं जिनपर आपत्तिजनक चित्र या फिर भाषा लिखी हो। नए नियमों को सऊदी के पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर अंग्रेजी में पढ़ा जा सकता है।
इसमें लिखा है कि महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर कंधे और घुटनों तक ढके कपड़े पहनने अनिवार्य हैं। हालांकि पर्यटन मंत्री अहमद अल खतीब का कहना है कि शरीर को पूरी तरह ढकने (बुर्के) वाला नियम विदेशी महिलाओं पर लागू नहीं होगा, ये नियम केवल सऊदी अरब की महिलाओं तक ही सीमित रहेगा।
दो तिहाई महिलाओं की उम्र 30 के करीब
अपने देश की छवि को दुनिया के सामने और बेहतर करने के लिए इससे पहले भी सऊदी राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान ने सिनेमा और महिलाओं के वाहन चलाने पर लगे प्रतिबंध को भी खत्म कर दिया था। समाज के नियमों को ढीला करने का सऊदी के लोग समर्थन कर रहे हैं। इस देश की दो तिहाई महिलाओं की उम्र 30 के करीब है। लेकिन इन नए नियमों को सबसे पहले मंत्रिमंडल अप्रैल माह में मंजूरी देगा।
नियमों के पालन पर नजर बनाए रखने की जिम्मेदारी धार्मिक पुलिस को दिए जाने की संभावना है। इससे पहले भी सऊदी की धार्मिक पुलिस का काफी विरोध हो चुका है, जो मॉल के बाहर प्रार्थना कर रहे या विपरीत लिंग वाले के साथ घुलने मिलने वाले लोगों को परेशान करती है। लेकिन अब माना जा रहा है कि यहां रूढ़िवादी लोगों की ताकत को काफी हद तक कम किया जा चुका है।
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