अफगानिस्तान में मोदी के न्यौते का साइड इफेक्ट, मुठभेड़ खत्म, 2 ढेर
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई को भी मोदी ने न्यौता भेजा था, लेकिन कुछ आतंकी संगठन नहीं चाहते कि भारत और अफगानिस्तान के बीच संबंध सुधरे। अप नी इसी नापाक इरादों को मजबूती देने के लिए आज सुबह आतंकियों ने हेरात में स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास हमला कर दिया। हमले को कुछ हथियारबंद आतंकियों ने अंजाम दिया।
हमले में कोई भारतीय हताहत नहीं हुआ है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि सभी भारतीय कर्मचारी सुरक्षित हैं। भारत और अफगानिस्तान के अधिकारी एक दूसरे के संपर्क में है। विदेश सचिव सुजाता सिंह हालात पर नजर रखे हुए हैं।
आईटीबीपी के जवानों और अफगान सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 3 आतंकियों को मार गिराया। हमला शुक्रवार सुबह 4.45 बजे(भारतीय समयानुसार) हमला हुआ। काबुल से 800 किलोमीटर दूर स्थित हेरात स्थित बारतीय दूतावास पर हमला किया। पुलिस प्रवक्ता अब्दुल रऊफ ने बताया कि तीन हमलावर भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास मौजूद इमारत में घुसे और हमला कर दिया।
हमला किस संगठन से जुड़े आतंकियों ने किया,यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। जुलाई 2008 में काबूल में स्थित भारतीय दूतावास पर हमला हुआ। आपको बता दें कि हमले में 41 लोग मारे गए थे। हमले में 150 लोग घायल हो गए थे।