भारत के निकट टत पर पानी के भीतर से सुनी गई आवाज, हो सकता है MH370 फ्लाइट
वेबसाइट 'आयरिश मिरर ऑनलाइन' के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने आस्ट्रेलिया के पश्चिमी तट पर एक शोर रिकार्ड किया था जिसका संबंध मलेशिया एअरलाइंस के लापता विमान से होने की संभावना जताई जा रही है। इस शोर को पकड़ने का दावा एक समुद्री वैज्ञानिक ने किया है। ज्ञात हो कि 8 मार्च को कुआलालंपुर से 239 यात्रयों को लेकर बीजिंग रवाना हुआ मलेशिया एअरलाइंस का विमान एमएच 370 बीच रास्ते में रहस्यमय ढंग से लापता हो गया। बोइंग 777 की हिंद महासागर में गहन तलाशी की गई, लेकिन अभी तक उसका कहीं कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
जिस शोर के रिकार्ड होने का दावा किया गया है वह मानव श्रवण की सीमा से बाहर है। इस शोर को आस्ट्रेलिया के पश्चिमी तट पर लगे रिसीवरों ने पकड़ा है जो संभवत: हिंद महासागर से होकर आया हुआ हो सकता है। यदि यह आवाज सही है तो इसकी स्थिति आस्ट्रेलिया से उत्तर पश्चिम में करीब 3000 मील दूरी पर होगी जो मौजूदा तलाशी क्षेत्र से कहीं से भी मेल नहीं खा रहा है। पर्थ स्थित कर्टिन विश्वविद्यालय में समुद्री वैज्ञानिक अलेक डनकन का मानना है कि इस ध्वनि का लापता विमान से संबंधित होने की संभावना 30 प्रतिशत है।
न्यूयार्क टाइम्स के मुताबिक, डॉ. डनकन ने कहा, "यह वास्तव में जोरदार आवाज नहीं है, बल्कि बहुत धीमा स्वर है।" उन्होंने आगे कहा, "यदि आप मुझसे इसका संबंध विमान से होने के बारे में पूछेंगे तो मैं इसकी संभावना 25 से 30 फीसदी मानता हूं।" यह संकेत आम तौर पर व्हेल मछली की गतिविधि की निगरानी के लिए पर्थ के तट पर लगाए गए रिसीवरों से पकड़ा गया है। उधर एक महिला नाविक ने कहा, "मैंने कुछ ऐसा देखा जैसे कोई विमान आग के शोलों में घिरा हो। तब मैंने सोचा था कि शायद मैं पागल हो गई हूं।"
महिला नाविक टी (41) ने उस रात अपना जीपीएस लोकेशन चेक किया था और पाया कि उनकी नौका विमान के बताए गए मार्ग में था। उन्होंने बताया, "दो और विमान भी उस विमान के ऊपर था। उन विमानों की नैविगेशन बत्तियां जल रही थीं।" "मैंने सोचा कि यदि विमान आग में घिरा हुआ था तो दूसरे विमान इसकी सूचना अवश्य देंगे।" इस रिपोर्ट के बाद साजिश के संदेह को और गहरा कर दिया है।