चीन ने बनाया पहला सोलर हाईवे, चलेंगे वाहन तो बनेगी बिजली
दुनिया के पहले सोलर हाईवे को तीन लेयर में तैयार किया गया है, इसमें सिलिकॉन पैनल, ट्रैंसलूसंट कॉन्क्रीट और इंसुलेशन की लेयर लगाई गई हैं।
नई दिल्ली। दुनिया के शक्तिशाली देशों में शामिल चीन आए दिन नए प्रयोग करता रहता है। शीशे के पुल का निर्माण करने वाले चीन ने अब एक ऐसे सोलर हाईवे का निर्माण कर दिया है, जिस पर वाहनों के चलने से बिजली उत्पन्न होगी, जिसका इस्तेमाल आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को चार्ज करने में किया जाएगा। एक किलोमीटर लंबा यह हाईवे सर्दियों के मौसम में जमी हुई बर्फ को पिघलाएगा। यह हाईवे बर्फ को पिघलाने के लिए स्नो मेल्टिंग सिस्टम और सोलर स्ट्रीट लाइट्स को इलेक्ट्रिसिटी भी देगा। बता दें कि शेनडॉन्ग प्रॉविंस की राजधानी जिनान में बने इस हाइवे को टेस्ट सेक्शन के लिए खोल दिया गया है।
सोलर हाईवे को तीन लेयर में तैयार किया गया है
दुनिया के पहले सोलर हाईवे को तीन लेयर में तैयार किया गया है, इसमें सिलिकॉन पैनल, ट्रैंसलूसंट कॉन्क्रीट और इंसुलेशन की लेयर लगाई गई हैं। जानकारी के मुताबिक इस हाइवे की मदद से 1 साल में 10 मिलियन यानी 1 करोड़ किलोवॉट तक की बिजली उत्पन्न की जा सकेगी।
प्रति स्क्वॉयर मीटर 30 हजार रुपये खर्च किए गए हैं
चीन की टोंगजी यूनिवर्सिटी के झैंग होंगचाओ ने बताया, यह हाईवे किसी भी अन्य हाइवे की तुलना में 10 गुना ज्यादा प्रेशर झेल सकता है। इसकी लागत प्रति स्क्वॉयर मीटर 458 डॉलर यानी करीब 30 हजार रुपये है। जो की सामान्य हाइवे से काफी ज्यादा है।
फ्रांस और हॉलैंड भी कर रहे हैं काम
चीन की तरह फ्रांस और हॉलैंड भी इस दिशा में लंबे समय से काम कर रहे हैं। बता दे 2016 में फ्रांस ने अपने एक गांव में सोलर पैनल रोड का निर्माण कराया था, जबकि उससे पहले 2014 में नीदरलैंड्स ने एक बाइक पाथ बनाया था, जिसमें सोलर पैनल्स लगे थे।
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