F-16 डील के चलते अमेरिका-पाक के रिश्तों में खटास
नई दिल्ली। अमेरिका और पाकिस्तान के बीच होने वाली लड़ाकू विमान एफ-16 की डील खटाई में पड़ गयी है। अमेरिका ने जहां इस डील के लिए पाकिस्तान को सब्सिडी देने से इनकार कर दिया है तो वहीं पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ इस डील को रद्द करने का फैसला ले लिया है।
भारत के विरोध के बाद पाक को अमेरिका ने दिया बड़ा झटका
पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज ने कहा है कि अगर अमेरिका कोई व्यवस्था नहीं करता है तो हम यह फाइटर प्लेन कहीं और से खरीद लेंगे। उन्होंने द डॉन अखबार को दिये इंटरव्यू में कहा कि हमें एफ-16 की काबिलियत के बारे में पता है हम उसकी कद्र करते हैं।
लेकिन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जेएफ-17 थंडर फाइटर भी अहम भूमिका निभा सकता है। जोकि चीन और पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कांपलेक्स ने मिलकर बनाया है। गौरतलब है कि पाकिस्तान के साथ एफ-16 की डील में अमेरिकी सेनेर्स ने पाकिस्तान को इस डील के लिए सब्सिडी दिये जाने पर विरोध जताया था।
सेनेटर्स का मानना था कि पाक इन जेट का इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर सकता है। भारत ने भी इस डील का विरोध किया था। जिसके बाद अमेरिका ने पाक को साफ कर दिया था कि पाको इस डील के लिए पूरी राशि राष्ट्रीय कोश से देनी होगी।
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डील
4620
करोड़
रुपए
की
थी
-
70
करोड़
डॉलर
की
इस
डील
में
पाक
को
पहले
सिर्फ
27
करोड़
डॉलर
देने
थे।
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अमेरिका
इस
डील
में
बड़ी
सब्सिडी
के
रूप
में
43
करोड़
डॉलर
दे
रहा
था।
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क्या
है
एफ-16
की
खासियत
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40
पाउंड
तक
का
वॉरहेड
ले
जाने
में
सक्षम
है
-
टेक
ऑफ
के
समय
इस
विमान
का
वजन
17009
किलोग्राम
है।
-
30
मील
तक
यह
विमान
कर
सकता
है
मार
- इस विमान की रफ्तार 1500 मील प्रति घंटा है।