FIFA World Cup: ब्लॉगर का बयान- रूसी लड़कियों को सेक्स से न रोकें, उनकी पंसद का सम्मान करें
नई दिल्ली। रूस फीफा विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। इसी बीच सबसे पॉपुलर ब्लॉगर्स और जर्नलिस्ट यूरी डूड का एक बड़ा बयान आया है। उन्होंने रूस के लोगों को नसीहत दी है कि वे युवतियों को फ्री छोड़ें और उनकी पसंद का सम्मान करें। डूड का कहना है कि 'रूसी युवतियां किसके साथ सेक्स करें, यह उनकी पसंद है। उन्हें वर्ल्ड कप के दौरान विदेशियों से मेलजोल बढ़ाने से रोकना भेदभाव है'। एक ब्लॉग पोस्ट में यूरी ने कहा, 'हमारी तुलना में विदेशी ज्यादा अट्रैक्टिव होते हैं, क्योंकि वे जवानी के दिनों में ही नहीं बल्कि बुढ़ापे में भी खुद को फिट रखते हैं, वे आजादख्याल होते हैं और उनसे अच्छी खुशबू आती है। इसलिए लड़कियों को अकेला छोड़ दो, वे तय करेंगी कि उन्हें किसके साथ सोना है।'
महिला सांसद ने दिया था सेक्स को लेकर ऐसा बयान
आपको बता दें कि अकसर फीफा विश्वकप के दौरान सेक्स और जिस्मफरोशी को लेकर बातें सामने आती रहती हैं। इससे पहले एक खबर आई कि रूसी फीफा वर्ल्ड कप में आने वाले फैंस से रिश्ता न बनाएं। इस पर काफी विवाद हुआ। दरअसल, रूस की एक महिला सांसद ने स्थानीय युवतियों को आगाह करते हुए कहा था कि उन्हें विदेशियों के साथ सेक्स करने से बचना चाहिए। फीफा वर्ल्ड कप के मेजबान देश की 70 वर्षीय सांसद तमारा प्लेटेनयोवा ने मॉस्को के एक रेडियो कार्यक्रम में रूसी महिलाओं को यह हिदायत दी थी कि वे ऐसा करने से बचें।
ऐसे हुआ फीफा विश्वकप का आगाज
दुनिया के सबसे पॉपुलर खेल फुटबॉल के महाकुंभ का रूस में चल रहा है। इस विश्व कप में दुनियाभर की 32 टीमें भाग ले रही हैं। मॉस्को में विश्व कप के उद्धाटन समारोह में दुनिया की कई जानी मानी हस्तियों ने शिरकत की जिसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम की शुरुआत एक वीडियो से हुई थी जिसमें रूस के तमाम मैदानों और शहरों को दिखाया गया था। इसके बाद रूसी मॉडल विक्टोरिया लोपीरेवा मैदान पर आधिकारिक फुटबॉल को लाईं जिसे महान ब्राजीली खिलाड़ी रोनाल्डो ने आधिकारिक शुभंकर जाबीकावा को पास किया और जाबीकावा ने गोल करके आरंभ करने का संकेत दिया था।
पुतिन ने खत्म किया विवाद
विवाद के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने देश की महिलाओं को वर्ल्ड कप टूरिस्ट्स के साथ सोने से परहेज करने की बातों को खारिज कर दिया। पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने संवाददाताओं से कहा कि रूस की महिलाएं यह फैसला खुद से लें कि उन्हें इस बारे में क्या करना है।