कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट का खौफ, ट्रैवल प्रतिबंध लगाने को दक्षिण अफ्रीका ने बताया नाइंसाफी
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर दक्षिण अफ्रीका पर कई देश ट्रैवल प्रतिबंध लगा रहे हैं, जिसको दक्षिण अफ्रीका ने नाइंसाफी बताया है।
कैपटाउन, नवंबर 27: दक्षिण अफ्रीका ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस के नये वेरिएंट की पहचान की वजह से दक्षिण अफ्रीका पर ट्रैवल प्रतिबंध लगाना अनुचित है। दक्षिणी अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर ब्रिटिश प्रतिबंध के बाद कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका पर ट्रैवल बैन लगाना शुरू कर दिया है, जिनमें फ्रांस, इटली और अमेरिका भी शामिल हैं। जिसे दक्षिण अफ्रीका ने नाइंसाफी बताया है।
ट्रैवल बैन को बताया नाइंसाफी
दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, दक्षिण अफ्रीका पारदर्शिता के साथ काम कर रहा है और यात्रा प्रतिबंध विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानदंडों और मानकों के खिलाफ हैं, जिसने ''ओमिक्रॉन'' नामक संस्करण पर एक आपातकालीन बैठक की है। वैज्ञानिकों ने अब तक कम संख्या में वेरिएंट का पता लगाया है, जो मुख्य तौर पर दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, हांगकांग और इजराइल में पाए गये हैं। लेकिन, कोरोना वायरस के इस वेरिएंट के फैलने की रफ्तार और इसके खिलाफ टीकों के बेअसर होना सबसे बड़ी चिंता है। डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के इस वेरिएंट को काफी ज्यादा चिंताजनक करार दिया है।
पर्यटन, व्यापार पर प्रभाव
वहीं, कोरोना वायरस के इस वेरिएंट को लेकर ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने शुक्रवार दोपहर बात की है और अंतरराष्ट्रीय यात्रा को फिर से खोलने के तरीकों पर चर्चा की है। दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री नलेदी पंडोर ने एक बयान में कहा, "हमारी तत्काल चिंता यह है कि इस फैसले से दोनों देशों के पर्यटन उद्योगों और व्यवसाय, दोनों को नुकसान होगा।" दक्षिण अफ्रीका स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि, कोरोना वायरस के इस वेरिएंट को लेकर सबूत खोजने के लिए रविवार को सलाहकार परिषद की बैठक लाई गई है।
विशेषज्ञों ने कहा- पैनिक रिएक्शन
ब्रिटेन ने कहा कि कोरोना वायरस के इस वेरिएंट की वजह से दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, लेसोथो, इस्वातिनी, जिम्बाब्वे और नामीबिया से उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया गया है। ब्रिटेन के साथ साथ यूरोपीय संघ के राज्यों ने भी दक्षिणी अफ्रीका की यात्रा को निलंबित करने पर सहमति व्यक्त की। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष महामारी विज्ञानियों में से एक सलीम अब्दुल करीम ने कहा कि, इस वेरिएंट को लेकर जो वैश्विक प्रतिक्रिया देखी गई है, ये काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि, डेल्टा वेरिएंट सिर्फ 3 हफ्ते के भीतर 53 देशों में फैल गई थी। हालांकि, उन्होंने ट्रैवल बैन को पेनिक रिएक्शन कहा है।
दक्षिण अफ्रीका में कोविड की स्थिति
पूरी दुनिया में दक्षिण अफ्रीका भी उन देशों में शामिल हैं, जहां कोरोना वायरस की वजह से वजह से काफी मौतें हुई हैं। वहीं, अफ्रीकी देश भी कोरोना वायरस से काफी प्रभावित रहा है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस की वजह से करीब 89 हजार लोगों की मौत हुई है। हालांकि, फिलहाल दक्षिण अफ्रीका में भी इस वक्त कोरोना वायरस के मामले कम आ रहे हैं, लेकिन कोविड के नये वेरिएंट ने इस देश का टेंशन काफी बढ़ा दिया है। गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के 2 हजार 465 नए मामले दर्ज किए हैं। जो पिछले दिन की संख्या से लगभग दोगुना है।
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