नेल्सन मंडेला को भी नहीं छोड़ा था एफबीआई, की थी मंडेला की भी जासूसी
एक अहम ब्रिटिश अखबार द इंडिपेंडेंट की ओर से जब इस बात की जानकारी दी गई तो जैसे हड़कंप ही मच गया है। अखबार में जो खबर छपी है वह एफबीआई की ओर से जारी की गई नई फाइलों पर आधारित है।
द इंडिपेंडेंट की ओर से जो खबर छपी है उसमें कहा गया है कि एफबीआई मंडेला के काफिले से जुड़े हर कदम पर एक इंटेलीजेंस अफसर के जरिए नजर रखे हुए थी।
मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एमआईटी की ओर से से रायन शेपिरो द्वारा हासिल संशोधित फाइलें अलजजीरा को मुहैया कराई गई हैं। उनमें एफबीआई के रिकॉर्ड से जून 1990 से 334 पेज शामिल हैं।
शेपिरो नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी, सीआईए और डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के साथ मंडेला से जुड़े रिकॉर्ड के लिए जारी कानूनी लड़ाई से जुड़े हुए हैं।
शेपिरो ने बताया है कि एफबीआई ने डॉक्यूमेंट्स को न सिर्फ बुरी तरह एडिट किया है, बल्कि मंडेला की वर्ष 1990 में हुई रिहाई से पहले उसमें शामिल रहे अमेरिकन इंटेलीजेंस कम्यूनिटी के डिस्कशन को भी प्रत्यक्ष तौर पर हटा
दिया है। मंडेला ने आठ अमेरिकी शहरों का दौरा किया था और उस दौरान उनका जोरदार स्वागत हुआ था।
वह 27 साल जेल में रहने के बाद रिहा हुए थे और रंगभेद के खिलाफ अपने संघर्ष के लिए वह एक अंतर्राष्ट्रीय हस्ती बन गए थे।