FATF की ओर से पाकिस्तान को खुली चेतावनी, आतंकवाद के खिलाफ जून तक बनाएं एक्शन प्लान
पेरिस। फ्रांस की राजधानी पेरिस में आज फानेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की अहम बैठक हुई। इस बैठक में एफएटीएफ की ओर से एक बार फिर से पाकिस्तान को लेकर चिंता जाहिर की है। पाकिस्तान द्वारा तय समयसीमा के भीतर आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई ना करने और आतंकवाद को आर्थिक मदद को लेकर एफएटीएफ की ओर से चिंता जाहिर की गई है। एफएटीएफ की ओर से अपील की गई है कि पाकिस्तान तय समयसीमा के भीतर जून 2020 तक आतंकवाद के खिलाफ जल्द से एक्शन प्लान बनाने के लिए कहा है। एफएटीएफ की ओर से पाकिस्तान को साफ चेतावनी दी गई है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एफएटीएफ अपने तमाम सदस्य देशों से अपील की है कि पाकिस्तान के साथ उनकी तमाम आर्थिक संस्थाएं बिजनेस को लेकर एहतियात बरतें। टेरर फाइनेंसिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली संस्था एफएटीएफ की तरफ से पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि अगर उसने जून 2020 तक 27 बिंदुओं पर पूरी तरह से एक्शन नहीं लिया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में एफएटीएफ ने उसकी ग्रे-लिस्ट की मियाद फरवरी, 2020 तक के लिए बढ़ाई थी। तब चीन की अध्यक्षता वाले इसके एक संगठन ने पाकिस्तान की ओर से उठाए गए कदमों को संतोषजनक माना था। तब पाकिस्तान में उम्मीद जग गई थी कि फरवरी में वह ग्रे से निकलकर व्हाइट लिस्ट में आ जाएगा। बता दें कि भारतीय रक्षा जानकारों के मुताबिक हाल में वहां जमात-उद-दावा के सरगना और मुंबई हमलों के मास्टरमाइंट हाफिज सईद को जो सजा सुनाई गई है, वह भी पाकिस्तान के इसी प्रयास का नतीजा है। हालांकि, जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के पाकिस्तान में मौजूदगी को वह लगातार झुठला रहा है, जो पुलवामा हमले का भी मास्टरमाइंड है।
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