अब राष्ट्रपति ट्रंप के चुनावी विज्ञापन पर हुआ विवाद, फेसबुक ने साइट से हटाया
नई दिल्ली: अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की किताब के बाद अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई विज्ञापन विवादों में आ गए हैं। जिसको फेसबुक ने अपनी साइट से हटा दिया है। साथ ही इन विज्ञापनों को नफरत फैलाने वाला बताया है। जिसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप के प्रचार अभियान का जिम्मा संभाल रही टीम ने फेसबुक पर ही सवाल खड़े कर दिए।
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दरअसल नवंबर में होने वाले चुनाव के लिए राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कुछ वीडियो शेयर किए थे। जिसमें लाल रंग का एक त्रिकोण निशान बना था। साथ ही इस विज्ञापन में लेफ्ट ग्रुप एंटिफा की आलोचना भी की गई थी। एंटिफा वही ग्रुप है, जिसे ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों के लिए जिम्मेदार ठहराया था। इसके अलावा इस ग्रुप को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की जा रही है। विज्ञापन पर एंटी डीफेमेशन लीग ने कहा कि ये नाजी शासन से जुड़ा निशान है। नाजी शासन के दौरान बंद राजनीतिक कैदियों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था। जिस वजह से त्रिकोण निशान पर आपत्ति जताई गई है।
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विवाद बढ़ता देख फेसबुक ने ट्रंप के विज्ञापन को हटा दिया है। मामले में फेसबुक प्रवक्ता एंडी स्टोन ने कहा कि नफरत फैलाना कंपनी की नीतियों के खिलाफ है। वहीं विज्ञापन हटने के बाद ट्रंप की चुनाव अभियान की टीम ने भी फेसबुक पर गंभीर आरोप लगाए। ट्रंप कैंपेन के डायरेक्टर टिम मुरटॉग ने कहा कि इस तरह के निशान से जुड़े कई सामान बेचे जा रहे हैं। साथ ही फेसबुक अपनी इमोजी में भी इस निशान का इस्तेमाल करता है। ऐसे में साफ हो रहा है कि फेसबुक ने जानबूझकर उनके विज्ञापन को निशाना बना रहा है।