अमेरिकी चुनाव से ठीक पहले गलत सूचना वाले विज्ञापनों पर फेसबुक की कार्रवाई
न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक एक महीने पहले प्रमुख सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने अपने सभी प्लेटफार्मों पर ऐसे कोई भी राजनीतिक विज्ञापन पोस्ट नहीं करने का फैसला किया है जो चुनाव की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं और उनमें व्यापक तौर पर धोखाधड़ी की चर्चा होती हो अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप खासतौर पर पोस्टल वोटिंग पर सवाल उठाते रहे हैं। फेसबुक ने बुधवार को घोषणा की कि वह इंस्टाग्राम समेत अपनी सभी वेबसाइटों पर विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगा रहा है, जो कथित रूप से चुनाव में धांधली का दावा कर रहे थे। फेसबुक ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, "हमने इस साल के चुनावों की अखंडता की रक्षा के लिए एहतियाती उपाय के रूप में यह फैसला लिया है।
फेसबुक के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के डायरेक्टर रॉब लिएथर्न ने एक बयान में कहा कि चुनाव के दृष्टिकोण से कंपनी अपनी नीतियों को स्पष्ट करना जारी रखती है जिसका पहले ही उल्लेख किया जा चुका है। उन्होंने कहा, "फेसबुक उन सभी विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाएगा जो चुनाव परिणामों को अमान्य करने की मांग करते हैं। ये नियम फेसबुक के साथ-साथ इंस्टाग्राम पर भी लागू होंगे और इन्हें तुरंत लागू किया जाएगा।"
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फेसबुक का फैसला राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के इस दावे के एक दिन बाद आया है कि उन्होंने पोस्टल वोटिंग के बारे में संदेह व्यक्त किया था। राष्ट्रपति चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के साथ बहस के दौरान ट्रंप ने बिना किसी सबूत के दावा किया कि मेल द्वारा मतदान में धांधली होगी। इस मौके पर ट्रंप ने एक बार फिर इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि अगर चुनाव में वे हार जाते हैं तो क्या वे आसानी से सत्ता छोड़ देंगे।