अब PM नहीं रहे, ये बात भूले नेतन्याहू, संसद में प्रधानमंत्री की कुर्सी पर ही जा बैठे, देखिए वीडियो
इजरायल के नये प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट बन चुके हैं और 12 सालों के बाद बेंजामिन नेतन्याहू की प्रधानमंत्री पद से विदाई हो चुकी है।
तेल अवीव, जून 16: इजरायल की सत्ता पर 12 सालों तक काबिज रहने वाले पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तो अब सत्ता से हटाए जा चुके हैं, लेकिन 12 सालों से संसद के अंदर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने की ऐसी आदत हो गई थी, कि पीएम नहीं रहने के बाद वो फिर से प्रधानमंत्री की कुर्सी पर जा बैठे। बेंजामिन नेतन्याहू का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और लोग उनकी चुटकी ले रहे हैं।
गलतफहमी से पीएम की कुर्सी पर बैठे
इजरायल के नये प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट बन चुके हैं और 12 सालों के बाद बेंजामिन नेतन्याहू की प्रधानमंत्री पद से विदाई हो चुकी है। लेकिन एक बात होती है, आदत। अगर आप एक ही काम रोज-रोज करते हैं, या अगर आप एक ही कुर्सी पर अपने दफ्तर में भी रोज रोज बैठते हैं, तो वो कुर्सी आपका नहीं रहने पर भी आप गलती से कई बार उधर ही चले जाते हैं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ भी यही हुआ। बेंजामिन नेतन्याहू से ये गलती तब हुई, जब इजरायली संसद, जिसे नेसेट कहा जाता है, उसने वोटों की गिनती के बाद घोषणा की, कि बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार एक वोट से गिर गई है।
गलती से पीएम की कुर्सी पर बैठे
दक्षिणपंथी नेता नेफ्ताली बेनेट, जो यामिना पार्टी के मुखिया भी हैं, वो इजरायल के नये प्रधानमंत्री बनाए गये हैं और उन्होंने रविवार को अपने पद की शपथ ली थी और फिर बेंजामिन नेतन्याहू एक झटके में 12 सालों के बाद विपक्षी नेता बन गये और फिर उन्हें विपक्षी नेताओं की जगह सदन में बैठना था। लेकिन, सदन में आकर बेंजामिन नेतन्याहू कुछ देर के लिए भूल गये कि वो अब प्रधानमंत्री नहीं हैं और वो फिर से पीएम की कुर्सी पर बैठ गये। जिसके बाद उन्हें बताया गया कि वो धोखे में पीएम की कुर्सी पर बैठ गये हैं। जिसके बाद उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ और वो अपनी कुर्सी पर चले गये।
कौन हैं नेफ्टाली बेनेट
नेफ्टाली बेनेट एक बिजनेसमैन थे जिनके माता पिता अमेरिका के हैं। राजनीति में आने से पहले नेफ्टाली बिजनेस में स्रिय थे। नेफ्टाली बेनेट का जन्म इजराइल में ही हुआ था और उन्होंने बतौर तकनीकी उद्यमी देश की सेना में कमांडो के रूप में अपनी सेवाएं दी थी। उन्होंने पेमेंट सिक्योरिटी कंपनी क्योटा इंक की स्थापना की थी, जिसे बाद में 145 मिलियन डॉलर में बेचा गया था। इजराइल के कुछ अखबारों और स्थानीय विश्लेषकों की मानें तो नेफ्टाली के विचार अति राष्ट्रवादी हैं। टाइम्स ऑफ इजराइल में बेनेट ने कहा था कि मैं बीबी (बेंजामिन नेतन्याहू) से कहीं ज्यादा राइट विंग विचार वाला नेता हूं, लेकिन मैं खुद को राजनीति में आगे ले जाने के लिए नफरत और ध्रुवीकरण को हथियार के तौर पर इस्तेमाल नहीं करता हूं। हाल ही में बेनेट ने वेस्ट बैंक पर कब्जे की बात कही थी। वर्ष 2013 में राजनीति में कदम रखने वाले बेनेट शुरुआत से ही इस मत के पक्ष में हैं कि वेस्ट बैंक को इजराइल में शामिल करना चाहिए।
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