यूरोप में सर्दी का मौसम आते ही फटा कोरोना बम, दर्ज हो रहे भारत से ज्यादा मामले
लंदन। यूरोप में सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है और इस मौसम के आते ही कोरोना वायरस के मामलों में भी बेतहाशा वृद्धि होने लगी है। अभी तक यूरोप में कोरोना के मामलों पर नियंत्रण था लेकिन पिछले कुछ दिनों से यहां पर जो केसेज आ रहे हैं उसने चिंताएं बढ़ा दी हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप में अब अमेरिका, ब्राजील और भारत की तुलना में कहीं ज्यादा केसेज आ रहे हैं।
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पार हुआ 1 लाख का आंकड़ा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) का कहना है कि 12 अक्टूबर तक यूरोप में कोरोना के कुल 6.4 मिलियन केस दर्ज हुए हैं। 12 अक्टूबर को यूरोप में 87,000 नए मामले सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप में पहली बार रोजाना एक लाख से ज्यादा केसेज सामने आ चुके हैं। यूनाइटेड किंगडम (यूके) में अब तक कोरोना के केसेज बहुत कम थे पर अब यहां स्थिति बदलने लगी है। सर्दियां शुरू हो चुकी हैं और उत्तर पूर्व इंग्लैंड और उत्तर पश्चिम इंग्लैंड में एक बार फिर से अस्पतालों के बाहर लाइन लगने लगी है। लीवरपूल में अब तक सबसे ज्यादा केस दर्ज हुए हैं। यहां की स्थिति मैड्रिड और ब्रसेल्स भी ज्यादा बिगड़ती जा रही है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार ने इंग्लैंड को कोरोना वायरस के तीन स्तरीय खतरे में रखा है और लीवरपूल सबसे ज्यादा खतरनाक क्षेत्र में है। यहां पर पब्ज, जिम और जुएं के अड्डों को बंद कर दिया गया है। पीएम जॉनसन ने कहा है कि अस्पताल में स्थितियां मार्च से भी ज्यादा खराब हैं। इसी समय ब्रिटेन में राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन का ऐलान किया गया था। यूके में अब तक 42,000 से ज्यसदा लोगों की मौत हो गई है।
फिर से लगेंगे कड़े प्रतिबंध
इसी तरह से चेक रिपब्लिक में भी कोरोना सर्दियों के आते ही फिर से तेजी से फैलने लगा है। यहां पर सभी सार्वजनिक स्थलों को बुधवार से बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही स्कूलों को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए कहा गया है। चेक रिपब्लिक में करीब 1,20,000 मामले दर्ज हुए हैं जिसमें से सितंबर की माह में 25,000 मामले आए तो अक्टूबर की शुरुआत में 2,000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। नीदरलैंड में एक ही दिन में 6,854 केस दर्ज हुए हैं। पिछले सात दिनों में यहां पर 41,000 से ज्यादा मरीज सामने आए हैं। मंगलवार को यहां पर कड़े प्रतिबंधों को ऐलान पीएम मार्क रूट की तरफ से हो सकता है। फ्रांस का हाल भी कुछ ऐसा ही है। यहां पर 27 मई के बाद पहला मौका आया जब सोमवार को 1500 मामले सामने आए। अब स्थानीय तौर पर देश भर में लॉकडाउन का ऐलान हो सकता है। भारत की बात करें तो मंगलवार को यहां पर 55,342 नए मामले दर्ज हुए हैं। दो माह में यह सबसे कम आंकड़ा है। सोमवार को कोरोना के 66,732 मामले दर्ज हुए थे। अमेरिका में 12 अक्टूबर को 53,055 केसेज दर्ज हुए तो ब्राजील का आंकड़ा 26,749 पर था।