अमेरिका के बाद ब्रिटेन ने भी फ्लाइट में आतंकी खतरे के मद्देनजर लैपटॉप और टैबलेट बैन किए
यूनाइटेड किंगडम (यूके) ने मिडिल ईस्ट, नार्थ अफ्रीका और टर्की से आने वाली फ्लाइट्स में यात्रियों के लैपटॉप और टैबलेट कंप्यूटर्स को बैन किया। अमेरिका की ओर से इस तरह के बैन के बाद ही किया ऐलान।
लंदन। ब्रिटेन भी अब अमेरिका की राह पर चलते हुए सख्त फैसले ले रहा है। ब्रिटेन ने टर्की, मिडिल ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका से आने वाली फ्लाइट्स में लैपटॉप और टैबलेट कंप्यूटर्स को बैन कर दिया है। ब्रिटेन का यह बैन अमेरिका की ओर से इसी तरह के बैन का ऐलान करने के कुछ ही घंटों बाद आया है।
कौन-कौन से देश
इजिप्ट, जॉर्डन, लेबनान, सऊदी अरब, ट्यूनीशिया और टर्की से जो भी यात्रा ब्रिटेन की यात्रा कर रहे हैं, वे अब फ्लाइट में लैपटॉप या फिर टैबलेट कंप्यूटर का प्रयोग नहीं कर पाएंगे। सरकार के प्रवक्ता की ओर से जानकारी दी गई है कि इन देशों से आ रहे यात्रियों को इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज और बड़े फोन अपने लगेज में रखना होगा। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह अतिरिक्त सुरक्षा उपाय फ्लाइट्स और कुछ यात्रियों को परेशान कर सकते हैं और हम इस बात को बखूबी समझते हैं कि इस फैसले से निराशा होगी लेकिन ब्रिटिश नागरिकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। ब्रिटेन की ओर से यह कदम अमेरिकी सरकार की ओर से उस चेतावनी के बाद उठाया गया है जिसमें कहा गया था कि आतंकी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में छिपाए गए बम से पैसेंजर जेट को निशाना बना सकते हैं। इस चेतावनी के साथ ही अमेरिका ने आठ देशों के 10 एयरपोर्ट से अमेरिका की ओर आने वाली फ्लाइट्स में इन्हें बैन कर दिया।
ब्रिटेन और अमेरिका के बैन में अंतर
ब्रिटेन का बैन सिर्फ छह देशों के लिए ही है जिसमें से दो देश लेबनान और ट्यूनीशिया अमेरिकी लिस्ट में नहीं हैं। अमेरिका की लिस्ट में कुवैत, मोरक्को, कतर और यूनाइटेड अरब एमीरेट्स हैं जो ब्रिटेन की लिस्ट में नहीं हैं। सरकार के प्रवक्ता की ओर से बताया गया है कि सरकार अमेरिका के साथ इस पूरी स्थिति को समझने के लिए बराबर संपर्क में है। ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे ने कई दौर की मीटिंग पिछले हफ्ते की हैं जो एविएशन सिक्योरिटी से जुड़ी थीं। मंगलवार को भी एक मीटिंग हुई और इस मीटिंग में नए उपायों पर सहमति बनी। सरकार की ओर से कहा गया है कि एविएशन सिक्योरिटी से जुड़े उपायों को उनकी सरकार कभी भी हल्के में नहीं लेगी। ब्रिटेन की सरकार की ओर से जो फैसला लिया गया है उसका असर छह ब्रिटिश एयरलाइंस पर पड़ेगा जिनमें ब्रिटिश एयरवेज और ईजीजेट के अलावा आठ विदेश एयरलाइन हैं जिनें टर्की की एयरलाइन भी शामिल है। अमेरिकी अधिकारियों की ओर से इस तरह के बैन पर जानकारी दी है कि आठ देशों से आने वाली नौ एयरलाइन कंपनियों को 96 घंटों का समय दिया गया है ताकि वे केबिन में मोबाइल फोन के अलावा बाकी सभी बड़ी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज को बैन कर सकें। ब्रिटेन के बैन में उन फोन को भी बैन किया गया है जो 16 सेंटीमीटर लंबे, 9.3 सेंटीमीटर चौड़े और 1.5 सेंटीमीटर गहरे हैं।