बलात्कार से बचने के लिए महिलाएं बन रही हैं बॉक्सर
नयी दिल्ली। इक्वाडोर यौन हिंसा से बुरी तरह प्रभावित है। यहां महिलाओं की सुरक्षा यहां के लिए बड़ी समस्या बन गई है। महिलाओं को सुरक्षित करने के लिए इक्वाडोर ने महिलाओं को ही हथियार बनाना शुरु कर दिया है। महिलाओं की आत्मरक्षा के लिए बॉक्सिंग को हथियार बनाना शुरू किया है। इस दक्षिण अमेरिकी देश में महिलाओं के प्रति हिंसा के आंकड़ें किसी को भी चिंता में डाल सकते हैं। यहां हर 10 में से छह महिलाएं यौन हिंसा की शिकार होती हैं और हर 10 में से एक लड़की 18 साल की उम्र से पहले यौन हिंसा का शिकार होती है।
यहां यौन हिंसा के आंकड़े चौकाने वाले है। ऐसे में लड़कियों को आत्मरक्षा के लिए बॉक्सर बनाया जा रहा है। जिम में ऐसी महिलाएं आ रही हैं जो आत्मरक्षा के लिए बॉक्सिंग सीखना चाहती है। जिम में आने वाली महिलाएं अपने आपको इसलिए बॉक्सर बनाना चाह रही हैं ताकि वो अपने ऊपर अत्याचार करने वालों पर जोरदार प्रहार कर सकें।
जिम ने 10 साल पहले महिलाओं को बॉक्सिंग की ट्रेनिंग देने की शुरुआत की थी। तब से इन ट्रेनिंग क्लासेज की सुविधाओं का लाभ कई महिलाओं को मिला है। लैटिन अमेरिकन स्कूल साइंसेज में मनोवैज्ञानिक सैंटियागो कासेलानॉस कहते हैं कि इक्वाडोर जैसे देश में जहां महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जबर्दस्त खतरा है वहां महिलाओं का आत्मरक्षा में उठाया गया यह कदम स्वाभाविक है।
यहां ट्रेनिंग लेने वाली 26 साल की बॉक्सर अमरिलियस कॉर्बोस कहती हैं कि मेरे पैरंट्स ने मुझे कभी भी बॉक्सिंग की इजाजत नहीं दी क्योंकि इसे पुरुषों का खेल माना जाता है। लेकिन अब कॉर्बोस न सिर्फ खुद बॉक्सिंग की ट्रेनिंग ले रही हैं बल्कि अपनी आठ साल की बेटी को भी सिखा रही हैं। वह कहती हैं, 'उसे भी खुद की रक्षा करना सीखना है।'