अब जल्द थमेगा खतरनाक इबोला का कहर!
वाशिंगटन। अमेरिका में इबोला की रोकथाम के लिए टीका परीक्षण सफल साबित होता दिख रहा है। चिकित्सकों ने पहले बदरों के ऊपर टीके का परिक्षण किया। अमेरिका में टीके लगाए के बाद बंदरों की लंबे समय तक इबोला वायरस से लड़ने की क्षमता देखी गई है।
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पश्चिमी अफ्रीका में इबोला से अब तक 2 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लिहाजा, इस हफ्ते इन टीकों का मनुष्यों पर भी परीक्षण शुरू हो जाएगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि बंदरों पर किए परिक्षण सफल होने की वजह से आने वाले समय में मनुष्यों पर इन टीकों के परीक्षण के सफल होने की संभावना बढ़ गई है। इस टीके में इबोला डीएनए और एक वायरस का मिश्रण किया गया है। अमरीका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में किए गए परीक्षणों में पाया गया कि टीका लगाए जाने से पांच हफ्तों तक बंदर इबोला से सुरक्षित रहते हैं।
इबोला से प्रभावित देशों में गिनी, लाइबेरिया, सिएरा लियोन और नाइजीरिया हैं। जहां इसकी चपेट में आकर सबसे ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है। कुछ दिनों पहले संयुक्त राष्ट्र ने इबोला से प्रभावित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बयान दिया था कि इबोला वायरस नियंत्रण के प्रयासों से कहीं तेजी से फैल रहा है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे इबोला की सबसे गंभीर और जटिल महामारी बताया था।
इबोला के टीका को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर टीके की डोज बढ़ा कर दी जाए तो इबोला से 10 महीने तक की सुरक्षा मिल सकती है। इस टीके का मनुष्यों पर परीक्षण इस हफ्ते अमरीका में शुरु हो जाएंगे जो बाद में ब्रिटेन और अफ्रीका में भी होंगे।